संभल मस्जिद हिंसा के बाद पहला जुम्मा, चप्पे-चप्पे पर फ़ोर्स तैनात, ड्रोन से निगरानी

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई हिंसा के बाद 29 नवंबर को पहले जुमा की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सुरक्षा के मद्देनज़र शुरू में नमाज स्थलों पर पाबंदी लगाई गई थी, लेकिन बाद में लोगों को अपने नजदीकी इलाकों में नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई। जामा मस्जिद और अन्य इलाकों में भारी सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं, और हर व्यक्ति की चेकिंग के बाद ही उन्हें मस्जिद में प्रवेश करने दिया जा रहा है। 

पूरे इलाके में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। इसमें 15 कंपनियाँ पीएसी, 2 कंपनियाँ आरएएफ और 10 जिलों की पुलिस को तैनात किया गया है। संवेदनशील इलाकों में दंगा निरोधी दस्ते और महिला पुलिस बल भी सक्रिय हैं। निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। खासतौर पर जामा मस्जिद क्षेत्र में 20 नए सीसीटीवी लगाए गए हैं। प्रशासन ने भड़काऊ भाषण और सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट्स को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है और तकरीबन 70 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। 

24 नवंबर की हिंसा के दौरान मस्जिद के पास इकट्ठा भीड़ ने सर्वे करने आई टीम पर हमला किया था, जिससे हालात बेकाबू हो गए थे। पुलिस को आँसू गैस के गोले और गोलियाँ चलानी पड़ीं। इस झड़प में पाँच लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए, जिसमें 20 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएँ भी हुईं। जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। स्थानीय समुदाय और मस्जिद प्रबंधन ने प्रशासन को शांति बनाए रखने में सहयोग का भरोसा दिया है।

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