पहले भाई रिज़वान को मारा, फिर दिव्यांग बहन शहनाज़ को जला डाला जिन्दा..! हरियाणा में दरिंदगी

नूह: 14 दिसंबर को हरियाणा के मुस्लिम बहुल नूंह जिले के लहरवाड़ी गांव में एक दुखद और भयावह घटना घटी, जब एक ही समुदाय के दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के दौरान 24 वर्षीय शारीरिक रूप से विकलांग महिला शहनाज़ को जिन्दा जलाकर मार डाला गया। यह विवाद आठ महीने पुराने हत्या के मामले में संदिग्धों की गिरफ्तारी को लेकर उत्पन्न हुआ था। शहनाज़, जो चलने में असमर्थ थी, आग लगने के बाद मौके पर ही दम तोड़ गई। उसके परिवार का आरोप है कि विरोधी समूह ने जानबूझकर उसे आग के हवाले कर दिया।

पुन्हाना के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) प्रदीप कुमार ने कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है और पुलिस मामले की सच्चाई जानने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। फिलहाल, पुन्हाना पुलिस ने 51 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें 43 नामजद और 8 अज्ञात संदिग्ध शामिल हैं। पुलिस हरियाणा और राजस्थान में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इस घटना के बाद लहरवाड़ी गांव में भय और तनाव का माहौल बन गया है। कई परिवारों ने अपने घरों के ताले लगा दिए हैं और गांव में वीरानी आ गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपियों के घर भी कई महीनों से बंद हैं, और वे कहीं छिपे हुए हैं। 

हिंसक झड़प की जड़ मई 2024 में देखी जा सकती है, जब शहनाज़ के भाई रिज़वान की हत्या कर दी गई थी। रिज़वान के परिवार का आरोप है कि उसकी हत्या में प्रतिद्वंद्वी समूह के लोग शामिल थे। तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अन्य आरोपी गांव से भाग गए थे। शहनाज़ के भाई अनीस ने कहा कि पिछले सात महीनों से मामले में केवल दो गिरफ्तारी हुई हैं, और बाकी आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं।

 

12 दिसंबर को इस मामले पर चर्चा के लिए पुन्हाना पुलिस स्टेशन में पंचायत आयोजित की गई थी, जिसमें दोनों पक्षों को बुलाया गया था। वहां कुछ लोग आरोपी को गांव में वापस लाने की मांग कर रहे थे, लेकिन शहनाज़ के परिवार ने बिना किसी बड़ी गिरफ्तारी के ऐसा करने का विरोध किया। इसके बाद, 13 दिसंबर को जब आरोपी गांव में पहुंचे, तो दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई, जिसमें पत्थरबाजी और आगज़नी हुई और इसी में शहनाज़ की मौत हो गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया।

यह घटना सात महीने में एक ही परिवार में दूसरी हत्या है, और ग्रामीण पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठा रहे हैं। अनीस ने कहा कि आरोपियों ने उनके परिवार पर दबाव डालकर धमकाया था, और अगर न्याय नहीं मिला, तो उन्हें कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। पुन्हाना पुलिस स्टेशन के अधिकारी जंगशीर ने पुष्टि की कि शहनाज़ की मौत की जांच हत्या और आत्महत्या दोनों कोणों से की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शहनाज़ के रिश्तेदार अनीस ने बताया कि वह स्नातक की छात्रा थी और हत्या से एक दिन पहले अपनी परीक्षा दी थी। शहनाज़ और उसके भाई रिज़वान की मौत ने लहरवाड़ी गांव को शोक में डुबो दिया है और इसने गांव में गहरे तनाव को उजागर किया है।

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