सोल. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के शीर्ष अधिकारियों के बीच मंगलवार को पहली आधिकारिक वार्ता शुरू हुई. ये वार्ता प्योंगयांग की हथियारों संबंधी महत्वकांक्षाओं के कारण बढ़ते तनाव के बाद रखी गई थी. इस वार्ता में शीतकालीन ओलिंपिक का बहुत बड़ा हाथ है क्योंकि इस वार्ता में शीतकालीन खेलों के बारे में ही बात कि जाएगी. काफी समय से चल रहे तनाव के बाद नए साल में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने ये संकेत दिए थे कि ओलिंपिक खेलों के लिए दक्षिण कोरिया में अपना प्रतिनिधिमंडल भेज सकते है. इस संकेत के बाद ही सोल ने उच्चस्तरीय वार्ता का प्रस्ताव भेज दिया था. इसके बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच पिछले दो वर्ष से बंद हॉटलाइन पिछले हफ्ते फिर से चालू की गई. इस वार्ता के लिए द. कोरिया के एकीकरण मंत्री चो म्योंग ग्यों के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल और उ. कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी री सोन ग्वोन के नेतृत्व में उनका प्रतिनिधिमंडल पनमुनजोम में सैन्य सीमांकन रेखा पर पहुंचा है. यहाँ पर इनकी बैठक ‘पीस हाउस’ में हुई. बता दे कि इस वार्ता में उत्तर कोरिया की शीतकालीन ओलिंपिक में भागीदारी के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा. शीतकालीन ओलिंपिक दक्षिण कोरिया में अगले महीने से शुरू होने वाला है. अगर उ. कोरिया कि भागेदारी होती है तो इस मुद्दे पर बात होगी कि दोनों देशों के खिलाड़ी सिडनी 2000, ऐथेंस 2004 और वर्ष 2006 में टोरिनो में हुए शीतकालीन खेलों की तरह इस बार भी उद्घाटन एवं समापन समारोहों में संयुक्त प्रवेश करेंगे या नहीं. ये खूबसूरत हसीना बढ़ाएगी करण की मुश्किलें टीएमसी के ब्राह्मण सम्मेलन को लेकर उठे सवाल इस बार फ़िल्मी फ्राइडे में ये तीन मूवीज करेंगी धमाका