नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट के मामले के दो हफ्ते के बाद इस बारे में अपना बयान दिया है. अरविन्द केजरीवाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों का बचाव करते हुए कहा है कि, उन्हें जिद्दी माना जा सकता है, लेकिन वे हिंसात्मक कभी नहीं हो सकते . अरविंद केजरीवाल का ये बयान ऐसे मौके पर आया है जहां एक तरफ उनकी पार्टी के विधायकों को कोर्ट से राहत नहीं मिल रही है. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारियों ने कामकाज को लेकर भी मुश्किलें खड़ी कर रखी हैं. गौरतलब है कि, आम आदमी पार्टी के दो विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल, अंशु प्रकाश से मारपीट के आरोप में अभी जेल में बंद हैं. ऐसे में केजरीवाल ने पहली बार इस मामले में चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि, हिंसा करना कायर लोगों का काम है और वे कायर नहीं हैं. इससे पहले आईएएस एसोसिएशन ने इस समस्या के समाधान हेतु शर्त रखी थी कि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी. आपको बता दें कि, 19 फरवरी की रात मुख्य सचिव अंशु प्रकाश मीटिंग के लिए अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास गए थे. अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि उनके साथ ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान और देवली से विधायक प्रकाश जारवाल ने मारपीट की. यहां तक कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई. जिसके बाद अगले दिन 20 फरवरी को अंशु प्रकाश ने इस मामले में केस दर्ज कराया था. थप्पड़ कांड में केजरीवाल ने लगाई उपराज्यपाल से गुहार हो सकता है केजरीवाल को लोग पीटने लगें- भाजपा अध्यक्ष दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल आवास खंगाला