लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले पर बोलते हुए एक और बड़ा विवादित बयान दिया है. ओवैसी ने अपने दफ्तर में मीडिया से बातचीत में कहा कि आतंकी हमले में शहीद हुए छह जवानों में से पांच कश्मीरी मुस्लिम थे. ओवैसी ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को पाकिस्तान जाने के लिए कहते हैं या उन्हें पाकिस्तानी समझते हैं, उन्हें यह देखना चाहिए. ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा की और सत्तारूढ़ पीडीपी-बीजेपी गठबंधन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दोनों मिलकर ड्रामा कर रहे हैं और बैठकर मलाई खा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब तथाकथित राष्ट्रवादी पांच मुस्लिमों के बलिदान पर चुप क्यों हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम देश के लिए जान दे रहे हैं, लेकिन उन्हें पाकिस्तानी कहा जाता है. ओवैसी का कहना था कि एक गर्भवती मुस्लिम महिला को भी गोली लगी. उन्होंने सवाल किया है कि कश्मीरी मुस्लिमों की देशभक्ति पर सवाल क्यों खड़े किए जा रहे हैं. ओवैसी ने कहा है कि सुंजवां में आर्मी कैंप पर 2003 में भी हमला हुआ था. तब भी इसी रास्ते का इस्तेमाल किया गया था. आतंकी एक नाले से कैंप में घुसे थे. उरी, पठानकोट या नगरोटा में आतंकी हमलों के बावजूद कोई सबक नहीं लिया गया. उन्होंने सवाल किया कि इन हमलों की जिम्मेदारी कौन लेगा, क्या यह आईबी की असफलता नहीं है? उन्होंने कहा, 'पता नहीं, मोदी कब किसकी शादी में फिर से बिना बुलाए पाकिस्तान पहुंच जाएंगे और वेज 'बिरयानी' खाएंगे.' ओवैसी ने नदवी को बताया मोदी के हाथों की कठपुतली मुस्लिम लॉ बोर्ड ने लिया नदवी के खिलाफ ये एक्शन अयोध्या मामले पर मुस्लिम बोर्ड का बड़ा फैसला