आपने तैरते हुए जहाज़ ,नाव ,क्रूज़ तो बहुत देखे होंगे और आपमें से कुछ ने तो इनमें सफ़र भी किया होगा पर क्या आपने कभी किसी तैरते हुए डाकघर के बारे में सुना है. अगर नहीं सुना है तो चलिए हम आपको एक ऐसे ही डाकघर के बारे में बताते हैं जो और कहीं नहीं बल्कि भारत में ही मौजूद है. जम्मू-कश्मीर में जहां शाम होते ही सड़क पर सन्नाटा छा जाता है, वहीँ श्रीनगर में डल झील के किनारे बना डाकघर रात को भी खुला रहता है. करीब 8 साल पहले तक यह डाकघर बुरी हालत में था. इमारत पुरानी थी, रंग-रोगन फीका पड़ चुका था, जाले लगे थे. श्रीनगर के इस 24 घंटे खुले रहने वाले डाकघर की काया पलटने वाले यहां के पोस्टमास्टर जनरल जॉन सैमूएल थे. सैम्युअल ने आते ही इसकी सफाई की जिम्मेदारी ली और उन्हीं के प्रयासों का ही परिणाम है कि आज यह डाकघर एक पर्यटन के केंद्र के रूप में उभरा है. इस फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस का उद्घाटन अगस्त, 2011 में जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किया था. यह पोस्ट ऑफिस एक विशाल नाव पर बना है जिसमें डाक टिकट संग्रहालय भी शामिल है और दूसरी दुकानों में डाक टिकट बेचने वाला एक दुकान भी शामिल है. इस पोस्ट ऑफिस में कई तरह की सुविधाओं से लैस है जिसमें पर्यटकों को दुनिया भर में कहीं भी अपने दोस्तों को फोन करने और ईमेल करने की अनुमति है. हिम्मत है तो ये खेलकर दिखाओ कबीरा जब हम फसे, जग हँसे हम रोये एक देश जहाँ मनाया जाता है भूतिया पर्व