जम्मू: अमरनाथ की गुफा के आसपास भारी वर्षा की वजह से बाढ़ आई है। गुफा के आसपास पहाड़ों में भारी वर्षा की वजह से आज दोपहर लगभग 3 बजे जलाशयों और आसपास के झरनों में बाढ़ आ गई। तत्काल अलर्ट जारी किया गया। अब तक 4,000 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को सुरक्षित इलाके से बाहर निकाल लिया गया है। हालात नियंत्रण में है। इससे पहले पिछली 8 जुलाई को भी अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटा था। उस घटना में 15 व्यक्तियों की मौत हो गई थी तथा 40 से ज्यादा लापता हो गए थे। वही 8 जुलाई को शाम लगभग साढ़े पांच बजे बादल फटने की खबर प्राप्त हुई थी। जिसमें गुफा के पास बने कई तंबू नष्ट हो गए थे। सुरक्षा बलों की आपदा प्रबंधन एजेंसियों द्वारा तुरंत बचाव अभियान आरम्भ किया गया था। चोटिल व्यक्तियों को हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया था। यात्रा को भी तब रद्द कर दिया गया था। तत्पश्चात, 16 जुलाई को फिर से यात्रा आरम्भ की गई थी। वही 43 दिन लंबी वार्षिक अमरनाथ यात्रा पिछले 30 जून को दो प्रमुख मार्गों (दक्षिण कश्मीर का 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग एवं मध्य कश्मीर के गांदरबल का 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग) से आरम्भ हुई थी। अफसरों के मुताबिक, इस वर्ष अब तक 2.30 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर ख़त्म होगी। अफसरों के अनुसार, इस बार अमरनाथ यात्रा के चलते कुल 36 तीर्थ यात्रियों की मौत हुई है। वहीं 15 अन्य तीर्थ यात्रियों को एक जुलाई को पवित्र गुफा के समीप अचानक आई बाढ़ में अपनी जान गंवानी पड़ी थी। विराट कोहली के ख़राब फॉर्म पर रॉबिन उथप्पा ने कह दी बड़ी बात दिल्ली: IGI एयरपोर्ट से सीधे LNJP अस्पताल भेजे जाएंगे मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज दिल्ली में AIDS के मरीजों का विरोध प्रदर्शन, जानिए क्या है मांग