शिमला: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फट गया है, जिसके चलते इलाके में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई. कई लोग इस घटना में प्रभावित हुए हैं, हालाँकि गनीमत यह रही कि, किसी इंसान के हताहत की खबर नहीं है। मगर मलबे की चपेट में आने से एक गौवंश की मौत हुई है. प्रशासन ने मुस्तैदी दिखते हुए 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. घटना जिले के करला गांव की है. पहाड़ के खिसकने के चलते सड़क मार्ग पर आवागमन भी प्रभावित हुआ है. गाड़ी में सवार होकर घर की तरफ जा रहे चार लोगों को ग्रामीणों और प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू किया. रिपोर्ट के अनुसार, सड़क किनारे खड़ी 3 रेहड़ियां क्षतिग्रस्त होने के साथ ही धन्यारा गांव के हेमराज के खेत की फसल को क्षति पहुंची है. इसके साथ ही गांव के साथ लगती पहाड़ी के खिसकने से सड़क मार्ग भी बाधित हो गया. गांव के एक व्यक्ति की गौशाला मलबे की चपेट में आने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. भारी बारिश की वजह से हाड़ाबोई क्षेत्र में अपनी गाड़ी में सवार होकर घर की तरफ जा रहे चार लोगों को ग्रामीणों और प्रशासन की टीम के सदस्य बचाने में कामयाब हुए हैं. प्रशासन के निर्देशों के तहत उनका हाड़बोई के वन विभाग के विश्राम गृह में रहने का बंदोबस्त किया है. चारों कार सवार पूरी तरह से सुरक्षित हैं. बारिश में बहकर आए मलबे के कारण करला सड़क मार्ग बंद हो गया है. ग्राम पंचायत धनयारा की प्रधान मीरा देवी ने बताया कि मंगलवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे के आसपास क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. NSA अजित डोभाल के मुरीद हुए अमेरिकी राजदूत, बोले- वे अंतरराष्ट्रीय खजाना हैं 'योग दिवस में शामिल न हों मदरसे, यह मुस्लिम बच्चों को तालीम से भटकाने की कोशिश..', सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क पीएम मोदी को 21 तोपों की सलामी देगा अमेरिका, US संसद को दूसरी बार संबोधित कर इतिहास रचेंगे भारतीय प्रधानमंत्री