लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इसके साथ ही उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर भी दिखने लगा है. यूपी के 16 जिलों मे बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ने से प्रशासन की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. शारदा, घाघरा, राप्ती जैसी नदियां उफान पर है. बाढ़ के खतरे के मद्देनज़र सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित जिलों में सर्च और रेस्क्यू के लिए NDRF, SDRF और PAC की 42 टीमें तैनात करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही 222 बाढ़ चौकी भी स्थापित की गई हैं. जिन 16 जिलों में बाढ़ का खतरा है उनमें बहराइच, बलरामपुर, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, महाराजगंज, पीलीभीत, श्रावस्ती, सीतापुर, सिद्धार्थनगर, बिजनौर, देवरिया, बस्ती, गोंडा, बलिया, मऊ का नाम शामिल है. इन तमाम 16 जिलों के अधिकारियों को बाढ़ को लेकर तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं. इसको लेकर अधिसूचना भी जारी की गई है. सावधानी के रूप में 26 नाव, 58 मेडिकल टीम भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई हैं. दरअसल, उत्तराखंड और नेपाल में पिछले कुछ दिनों से निरंतर बारिश हो रही है. पूर्वांचल यूपी में भी आफत की बारिश हो रही है. इस कारण नदियां उफान पर हैं. 16 जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. अमेरिकी अधिकारी ने कहा- "लक्षित जुलाई टीकाकरण लक्ष्य से कम होगा..." एनसीएलटी ने कलरॉक-जालान कंसोर्टियम की समाधान योजना को मंजूरी दी दिल्ली लोक सेवा विभाग का बड़ा एलान, कहा- "किसी भी फील्ड स्टाफ को मानसून के दौरान छुट्टी लेने की..."