गुवाहाटी: असम में बाढ़ ने आम जनजीवन को काफी नुकसान पहुँचाया है. नौ जिलों में 4 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं. हालांकि राहत की बात ये है कि बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. असम राज्य आपता प्रबंधन प्राधिकरण ( ASDMA) के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि हालात पर पैनी नजर रखे हुए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में कई टीमें काम कर रहीं हैं. लोगों को प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचाया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि 3 लोगों की जान गई है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार से स्थिति की जानकारी ली है. शाह ने सीएम हिमंता बिसवा शर्मा से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. ASDMA की एक रिपोर्ट के अनुसार, बक्सा, उदलगुरी, नलबाड़ी, लखीमपुर, कामरूप, गोलपारा, धुबरी, दरांग, बारपेटा जिले की चार लाख से अधिक जनता इस बाढ़ से प्रभावित हुई है. लोगों की राहत के लिए 101 शिविर बनाए गए हैं. यहां पर 81 हजार से अधिक लोगों ने पनाह ली है. 5 जिलों में 119 राहत वितरण केंद्र भी चलाए जा रहे हैं. ASDMA ने जानकारी दी है कि 1,118 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ की वजह से किसानों की फसल तबाह हो गई है. 8,469.56 हेक्टेयर जमीन पूरी तरह से जलमग्न है. करीमगंज के कुछ स्थानों पर बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाओं की भी खबर है. बाढ़ के कहर का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 9 जिलों में सड़कें, पुल, अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. असम की मुख्यमंत्री से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर चर्चा की. इस दौरान केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है. शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस कठिन वक़्त में असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है. 'वो लोकतंत्र का काला दिन..' इमरजेंसी के पीड़ितों को पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि, कही ये बात राहुल गांधी की मोहब्बत की दूकान में 'मोहब्बत' किस-किस के लिए है ? कांग्रेस से AAP का सवाल भारत में LTTE के आतंक को फिर से जिन्दा करने की साजिश, दाऊद इब्राहिम के गुर्गे हाजी सलीम पर एजेंसियों की नज़र