न्यूजीलैंड में चक्रवात गेब्रियल की वजह से स्थिति आए दिन भयावह होती चली जा रही है। इस चक्रवात ने जहां कई द्वीपों को प्रभावित कर दिया है वहीं देश में बाढ़ ने विकराल रूप भी ले लेती है। इस तरह का संकट जिससे पहले कभी नहीं देखा गया था। क्रिस हिपकिंस की गवर्नमेंट ने पहले ही आपातकाल का एलान कर दिया दी जो कि न्यूजीलैंड के इतिहास में केवल तीसरी बार है। चक्रवात के कारण 16 लाख लोग प्रभावित, तीन की मौत: चक्रवात की वजह से आई बाढ़ के चलते देश की कुल आबादी का लगभग एक तिहाई यानी 16 लाख लोग प्रभावित इलाकों में रह रहे हैे। अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में इस चक्रवात ने किस कदर कहर भी बरपा दिया है। लगभग सवा लाख लोग सड़क पर आ गए थे। पेड़ों के गिरने से घर टूट भी टूट गए थे, और भूस्खलन से कई घर बह गए हैं और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। इन क्षेत्रों को सबसे ज्यादा नुकसान: खबरों का कहना है कि उत्तरी द्वीप के सुदूर उत्तर और पूर्वी तट पर तटीय समुदायों में तूफान का नुकसान सबसे अधिक व्यापक साबित हुआ है। हॉक की खाड़ी, कोरोमंडल और नॉर्थलैंड जैसे इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। चक्रवात 'गेब्रिएल' की वजह से न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप में बड़े पैमाने पर बाढ़ आई है और भूस्खलन भी हुआ था। साथ ही समुद्री लहरें उमड़ रही हैं। न्यूजीलैंड में भारी वर्षा और तेज हवाओं की वजह से 40 हजार से ज्यादा घरों में बिजली गुल हो गई है और जबकि सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सामने आया कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक वायरस, WHO ने जारी की चेतावनी आज ही के दिन हुई थी अमेरिका में सेंट लुईस शहर की स्थापना, जानिए 15 फ़रवरी का इतिहास पीएम मोदी पर BBC की डॉक्यूमेंट्री 'ख़राब पत्रकारिता' का नतीजा- ब्रिटिश सांसद ने लगाई फटकार