वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि देश की इकोनॉमी 'मजबूत' है और देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किसी भी समय के मुकाबले उच्चतम स्तर पर है। वही यहां एक कार्यक्रम के दौरान कारोबारियों से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही। इसके अलावा सीतारमण ने कहा, ''इकोनॉमी मजबूत है और माइकोइकोनॉमिक्स सर्वश्रेष्ठ स्तर पर है। बुनियादी मजबूत है। फॉरेन रिजर्व और एफडीआई निवेश अपने उच्चतम स्तर पर है।'' लोन नहीं मिलने पर विशेष सेंटर पर शिकायत आपकी जानकारी के लिए बता दें की लोन को स्वीकृति में आने वाली दिक्कतों के संबंध में वित्त मंत्री ने कहा, ''अगर बैंक छोटे एवं मझौले उद्योगों को बिना किसी कारण के लोन देने से इनकार कर रहे हैं तो वे एक विशेष सेंटर को अपनी शिकायत भेज सकते हैं। इस सेंटर की घोषणा जल्द की जाएगी। शिकायत की एक प्रति बैंक मैनेजर को भी भेजी जाएगी।'' आठ फीसद का जीडीपी ग्रोथ सीतारमण ने विश्वास जताया कि 'भारत आठ फीसद के ग्रोथ के रास्ते पर लौटेगा।' उन्होंने कहा कि सरकार 'लक्ष्य तक पहुंचने' के लिए प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि पूरी दुनिया की इकोनॉमी के लिए 2019 मुश्किलों से भरा साल रहा। इसका असर भारत की इकोनॉमी पर भी उल्लेखनीय रूप से देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में देश की आर्थिक वृद्धि फिसलकर 4.8 फीसद रह गई। वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में देश का GDP Growth 6.2% पर रहा था। सीतारमण ने पिछले सप्ताह ही वित्त वर्ष 2020-21 का केंद्रीय बजट पेश किया था। Income Tax : नए नियमों से सेविंग की दशा पर दिख सकता है उल्टा असर पेट्रोल, डीजल के दाम में एक माह में हुई 4 रूपये की गिरावट, इस वजह से घटी कीमत क्या 2000 का नोट बंद करने की तैयारी में है मोदी सरकार ? बैंकों को दिया गया ये आदेश !