जीवन में संतान सुख किसी भी दंपत्ति के लिए बहुत खास होता है, यह उनके रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है। परन्तु कुछ लोगों को संतान सुख बिना किसी बाधा रुकावट के साथ मिल जाता है तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें इसमें कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र पर यकीन करे तो संतान प्राप्ति में आ रही बाधाओं के लिए हमारे ग्रह-नक्षत्र भी जिम्मेदार हो सकते हैं इसी संबंध में ज्योतिष में कुछ उपाय भी बताए गए हैं। फिलहाल इन उपायों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं क्योंकि संतान प्राप्ति में आ रही परेशानी के लिए सबसे आवश्यक है सही इलाज करवाया जाए। ज्योतिष में बताए गए इन उपायों को आजमाकर स्थिति को अनुकूल बना सकते हैं। ज्योतिषशास्त्र में बताए गए उपायों में से एक है कि संतान प्राप्ति के लिए पति-पत्नी दोनों को रामेश्वरम की यात्रा करनी चाहिए। वहां सर्प पूजन भी करवाना लाभदायी माना जाता है, इससे पितृदोष दूर होता है। मान्यता है कि पितृदोष की वजह से भी संतान सुख नहीं मिल पाता है। ज्योतिषविद्या के मुताबिक , ऐसा करने से संतान-दोष समाप्त हो जाता है। ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि किसी कारण से महिला को गर्भधारण में परेशानी आ रही है या गर्भ नष्ट हो जा रहा है तो उन्हें चिकित्सा के साथ ही साथ लाल गाय और बछड़े की सेवा करनी चाहिए। लाल या भूरे रंग का कुत्ता पालना भी शुभ माना जाता है। दरअसल इससे सूर्य और मंगल की स्थिति बलवान होती है और शरीर में सूर्य मंगल से संबंधित अंगों का दोष जल्दी दूर होता है जिससे गर्भधारण की समस्या समाप्त हो सकती है। यदि विवाह के 10 या 12 वर्ष बाद भी संतान प्राप्ति न हो तो मदार पेड़ की जड़ को शुक्रवार को उखाड़ लें और उसे कमर में बांधने से स्त्री के गर्भवती होने की काफी ज्यादा संभावनाएं होती हैं। जब गर्भधारण हो जाए तो चांदी की बांसुरी बनाकर राधा-कृष्ण के मंदिर में पति-पत्नी दोनों गुरुवार के दिन चढ़ाना चाहिए तो इससे गर्भपात का खतरा टल सकता है। यदि बार-बार गर्भ रुकने के बाद भी ठहर नहीं पा रहा हो तो शुक्रवार के दिन एक गोमती चक्र लाल वस्त्र में सिलकर गर्भवती महिला के कमर पर बांध दें। गर्भपात नहीं होगा। किसी दंपत्ति को संतान प्राप्ति में समस्या हो या शिशु होने के बाद उसकी मृत्यु हो जाती हो तो मंगलवार के दिन मिट्टी की हांडी में शहद भरकर श्मशान में दबाकर रख दें, ज्योतिषविद्या के मुताबिक ऐसा करने से जल्द ही संतान प्राप्ति होती है। साप्ताहिक राशिफल : दिसंबर के दूसरे सप्ताह में ये राशि वाले रखे खास ख्याल अंकज्योतिष : जानिये आज का भाग्यशाली अंक और शुभ रंग गीता जयंती पर जानिये क्या है श्रीमद्भगवद्गीता की 11 खास बातें