नई दिल्ली: भारत ने गेहूं के निर्यात पर बैन लगा दिया है, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गेहूं की आपूर्ति बाधित होने से खाद्य संकट गहराता जा रहा है. वैश्विक बाजार में मिलने वाले एक बुशल (1 Bushel- 27.216 KG) गेहूं की कीमत शिकागो में 5.9 फीसदी तक बढ़कर 12.47 डॉलर पहुंच गई है. भारत की ओर से निर्यात प्रतिबंध के बाद वैश्विक बाजार में गेहूं की कीमतों में तक़रीबन 6 फीसद की वृद्धि हुई है. रूस और यूक्रेन वैश्विक बाजार में गेहूं के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक हैं. दोनों देश मिलकर विश्व के गेहूं निर्यात आवश्यकता के एक तिहाई हिस्से की पूर्ति करते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण इस वर्ष गेहूं की कीमतों में 60 फीसद से अधिक का इजाफा हुआ है. भारत, चीन के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है. गत वर्ष खराब मौसम के चलते गेहूं के बड़े उत्पादक, जिनमें यूक्रेन भी शामिल था, वैश्विक बाजार में गेहूं की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर पाए थे. मगर भारत में गेहूं की अच्छी पैदावार हुई जिससे वैश्विक बाजार में आपूर्ति नहीं रुकी और कीमतों में वृद्धि भी नहीं हुई. मगर, इस साल भारत की घरेलू महंगाई 8 वर्षों के अपने उच्चतम स्तर पर है और देश में गेहूं के भाव बढ़ गई हैं. इसे देखते हुए सरकार ने गेहूं के एक्सपोर्ट को रोक दिया है. भारत में बीते दो महीनों में बहुत गर्मी पड़ी है, जिससे तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इससे गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. गेहूं उत्पादक राज्यों में गर्म हवाओं ने फसल को कमजोर कर दिया है. भारत में मॉनसून के आने में भी काफी समय लग सकता है. Koo App कल्पना कीजिए कि अगर तीन कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया गया होता, तो निजी क्षेत्र ने #wheat. की एक बड़ी मात्रा में जमाखोरी करके एक हत्या कर दी होती, धन्यवाद स्वर्ग, कानूनों को समय पर वापस ले लिया गया था। - Rohit agarwal (@rohitagarwal85) 17 May 2022 'गेंहू निर्यात से फ़ौरन बैन हटाए सरकार..', पंजाब के 23 किसान संगठनों ने दी आंदोलन की धमकी लीबिया के तटरक्षकों ने लगभग 1000 अवैध प्रवासियों को बचाया ज्ञानवापी की इस जगह पर अभी भी नहीं हो पाया सर्वे, 15 फ़ीट की दीवार के पीछे हो सकता है बड़ा राज़