दतिया : जिले में अब कुपोषण दूर करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र की मदद से मक्का-बाजरा से महिला बाल विकास काम करेगा। इसके लिए विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह काम कैसे होगा इसकी जानकारी देने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र ने विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को गुर सिखाना शुरू कर दिया है। पहले चरण में केन्द्र के वैज्ञानिकों ने सोमवार को पोषम संवेदनशील कृषि द्वारा उन्हें किस तरह से काम करना है। इसके बारे में सुपरवाइजरों को विस्तार से बताया गया। अनाज से ही रखेंगे स्वस्थ जानकारी के लिए बता दे जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या तीन हजार से ज्यादा है। इसमें सामान्य व अतिकुुपोषित बच्चे भी शामिल हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भले ही बच्चों व उनकी माताओं, धात्री महिलाओं को भले ही तैयार पोषण आहार देकर उन्हें कुपोषण से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अब बच्चों को इस तरह से आहार दिया जाएगा कि उन्हें अनाज से ही स्वस्थ रखा जा सकेे। कई जानकारियां दी गई कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक व प्रमुख ने सुपरवाइजरों को गांवों में किचन गार्डन उगाने की भी सलाह दी। उन्हें दलहन व तिलहन से प्रोटीन, सब्जियों का इस्तेमाल कर विभिन्न पोषक तत्वों को प्राप्त करने के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने यह भी बताया कि वे बच्चों, महिलाओं को सभी चीजें खिलाई जाएं तो कुपोषण होगा ही नहीं। जम्मू-कश्मीर : जमकर दहाड़े भारतीय शेर, आज सुबह किए 6 आतंकी ढेर लूट सको तो लूट लो, हुंडई दे रही अपनी गाड़ियों पर 90 हजार रु तक का डिस्काउंट फिर से सवालों के घेरे में आई यूपी पुलिस, एक महिला ने लगाया पति के फ़र्ज़ी एनकाउंटर का आरोप