दिल के मरीजो के लिए पैरों की मसाज काफी फायदेमंद हो सकती है. डॉक्टरों ने ऐसे पैर मसाज की पद्धति खोज निकाली है जिसमें ब्लड प्रेशर मशीन की सहायता से अतिरिक्त रक्त की आपूर्ति होती है और रोगी को आराम मिलता है. लुधियाना के अस्पताल में चिकित्सकों ने पैर की मसाज से ह्रदय रोग में राहत का दावा किया है. इस पद्धति में पैरों को बांध दिया जाता है और ब्लड प्रेशर मशीन की सहायता से अतिरिक्त रक्त की आपूर्ति की जाती है. इस थेरेपी का आम तौर पर चीन जैसे देशों में प्रयोग किया जाता है. इस पद्धति में पैर के बांधने से हृदय बेहतर पोषण के लिए वाहिकाओं से अतिरिक्त दबाव के साथ रक्त का संचारण करता है. इस पद्धति के दौरान मरीज को लगता है कि वह मसाज करा रहा है. ईईसीपी उन मरीजों के लिए विकल्प उपलब्ध कराता है जो धार्मिक, आर्थिक एवं अन्य कारणों से बाइपास सर्जरी नहीं कराना चाहते.` अमेरिका में पांच से सात हफ्ते के ईईसीपी सत्र का खर्च सात हजार से नौ हजार डॉलर के बीच आता है जो बाइपास सर्जरी में खर्च का दसवां हिस्सा है. भारत में यह थेरेपी 30 केंद्रों पर उपलब्ध है और इस पर औसतन खर्च 80 हजार रुपये के आसपास आता है. त्वचा की हर समस्या के समाधान के...