फुटबॉल जगत में टीम इंडिया के लिए यह वर्ष काफी मिलाजुला रहा है. टीम ने कुछ बड़ी टीमों को कड़ी टक्कर देकर दुनिया को चौकाया तो कई टूर्नामेंट में टीम को निराशा भी ‌मिली. लेकिन टीम इंडिया और उनके कप्तान ने इस वर्ष दो ऐसे मौके दिए, जब पूरे देश को उन पर फ़क्र महसूस हुआ. भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने भारतीय फुटबॉलर्स और उनके फैंस के लिए यह साल यादगार बना दिया. उन्होंने इस साल दुनिया के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी को सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल दागने के मामले में पीछे छोड़ दिया, जबकि दूसरा मौका टीम इंडिया ने फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर के मैच में कतर जैसी मजबूत को 0-0 से ड्रॉ पर रोककर दिया.सिर्फ पुरुष टीम ही नहीं महिला टीम ने भी इस वर्ष परचम लहराया. छेत्री के भारतीय फैंस के लिए यह साल इसलिए भी यादगार रहेगा कि छेत्री ने इस साल लियोनल मेसी को पछाड़ा. इस साल इंटरकोंटिनेंटल कप के ओपननिंग मैच में तजाकिस्तान के खिलाफ अहमदाबाद में छेत्री ने गोल दागा और इसके साथ ही वह सक्रिय फुटबॉलर्स में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल दागने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए. उनके आगे पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं. छेत्री ने मेसी को पीछे छोड़ा था. इस मैच में छेत्री ने दो गोल किए थे और उस समय उनके 70 इंटरनेशनल गोल हो गए ‌थे. जबकि मेसी के नाम उस समय 68 गोल थे. छेत्री के फिलहाल 72 इंटरनेशनल गोल हो गए हैं. इस साल कतर जैसी मजबूत टीम के साथ 0-0 से ड्रॉ खेलकर भारत ने सभी को चौका ‌दिया. 2022 फीफा वर्ल्ड क्वालीफयर में एशियन चैंपियन कतर को सबसे मजबूत टीम माना जा रहा था, लेकिन भारत ने उससे गोलर‌हित ड्रॉ खेला, जिसे लंबे समय तक फैंस याद रखेंगे. खासतौर से गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू के प्रदर्शन को, जिन्होंने कतर के गोल को नाकाम कर दिया. सिर्फ सियासत से ही नहीं, बल्कि क्रिकेट से भी था अरुण जेटली का गहरा संबंध VVS लक्ष्मण बोले, टीम इंडिया के लिए बेहद ख़ास रहा 2019, विराट ब्रिगेड ने पूरा किया मेरा सपना तिलमिलाए मियांदाद ने कहा, असुरक्षित है भारत, ICC विदेशी टीमों को दौरा करने से रोके