बुडापेस्ट होनवेड एफसी ने फाइनल में मेजकोवस्ड को 2-1 से हराकर आठवीं बार प्रतिष्ठित हंगरी कप फुटबाल टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया. होनवेड एफसी का 11 साल में यह पहला खिताब है. कोरोनावायरस के कारण इस समय पूरी दुनिया में दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में सभी मैच खेले जा रहे हैं, लेकिन हंगरी में बुधवार को पुस्कस एरेना स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल मुकाबले करीब 9600 दर्शक मौजूद थे. समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार,कोरोनावायरस के बीच, हंगरी कप एनबी1 के बाद देश में शुरू होने वाली दूसरी सबसे बड़ी फुटबाल टूर्नामेंट है. होनवेड ने इससे पहले 1926, 1964, 1985, 1989, 1996, 2007 और 2009 में यह ट्रॉफी जीती थी. खिताबी मुकाबले में होनवेड ने 33वें मिनट में गोल करके बढ़त बना ली. लेकिन इसके चार मिनट बाद ही मेजोवस्ड ने 37वें मिनट में गोल दागकर स्कोर बराबरी पर ला दिया. होनवेड की टीम ने इसके बाद 56वें मिनट में गोल दागकर अपनी बढ़त को 2-1 तक पहुंचा दिया और खिताब अपने नाम कर लिया. मैच में सामाजिक दूरी के नियम की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. तो इस कारण अपनी जान देना चाहते थे रॉबिन उथप्पा श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने कहा- कोई भी राष्ट्रीय खिलाड़ी आईसीसी जांच के दायरे में नहीं आत्महत्या करना चाहते थे रॉबिन उथप्पा, ये थी वजह