भारत एक ऐसा देश है जहाँ क्रिकेट को धर्म की तरह पूजा जाता है. क्रिकेट के इस देश में फीफा फुटबॉल का आयोजन होने से भारत में खेल का नया इतिहास रच गया है और ये हमारे लिए संजीवनी साबित हो सकता है क्योकि भारत भी इसमें भाग ले रहा है. भले ही इसमें भारत जीतें या ना जीतें लेकिन मात्र उसमें पार्टिसिपेट करने से इसके चाहने वालो का उत्साह बढ़ेगा और देश में फुटबॉल को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा. देश की सरज़मीं पर आयोजित हुए इस फीफा टूर्नामेंट से फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ेगी और दर्शक-समर्थक मिलने के बाद हमारे फुटबॉलर भी कमाल दिखाएंगे. इन सबके साथ हमारे खिलाड़ियों में एक जज़्बा पैदा होगा और क्रिकेट की तरह हम फुटबॉल में भी अपना कमाल दिखा पाएंगे. अलग-अलग खिलाड़ियों ने इस आयोजन पर अपने विचार व्यक्त किये है. प्रह्लाद सिंह रावत (फुटबॉल कोच)- इस फीफा के आयोजन से फुटबॉल की लोकप्रियता चरम पर पहुंचेगी और इससे नयी क्रांति आएगी. देश में निरंतर फुटबॉल स्पर्धा के आयोजन से लोगो में इसकी रूचि बढ़ेगी जिससे देश का ही भला होगा. सुमित यादव (अंडर-19 फुटबॉल खिलाड़ी)- हमारे यहाँ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि उन्हें मौका नहीं मिल पाता. फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप होने के बाद अगर सरकार निरंतर इसपर ध्यान देती रहे तो क्रिकेट के साथ फुटबॉल में भी हम महारथ हासिल कर सकते है. रक्षित रावत (अंडर-15 फुटबॉल खिलाड़ी)- ऐसे टूर्नामेंट के आयोजन से फुटबॉल को निजी और सरकारी दोनों स्तर पर बढ़ावा मिलेगा. जिससे हम फुटबॉल में भी अपनी अलग पहचान बना सकेंगे और इससे हमारे फुटबॉलर भी अपना सौ फीसदी दे पाएंगे. बॉलीवुड और हॉलीवुड से जुडी चटपटी और मज़ेदार खबरे, फ़िल्मी स्टार की जिन्दगी से जुडी बातें, आपकी पसंदीदा सेलेब्रिटी की फ़ोटो, विडियो और खबरे पढ़े न्यूज़ ट्रैक पर बैडमिंटन प्रीमियर लीग में हुई नीलामी कोलंबिया की हुई जीत, फिर भी भारत ने जीता हज़ारो का दिल फीफा अंडर-17 विश्व कप: अभिजीत ने गवाया गोल करने का मौका