ग्रीन स्कूल कार्यक्रम के दौरान 6 फ़रवरी को चयनित स्कूल को पुरष्कार दिया जायेगा और इसमें चार स्कूल को इस सम्मान से नवाजा जायेगा. यदि बात की जाये चयन प्रक्रिया की तो इन स्कूलों को विज्ञानं पर पर्यावरण केंद्र नई दिल्ली की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है. और उन स्कूलों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चायल चेंज मेकर श्रेणी और शिवालिक वैली स्कूल सोलन और अन्य स्कूल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कुज्जी सिरमौर को न्यू एन्ट्रैंट श्रेणी में व राजकीय उच्च पाठशाला डुग्घा हमीरपुर को बेस्ट लैंड श्रेणी में शामिल किया गया. ग्रीन स्कूल कार्यक्रम का उददेश्य सभी को पर्यावरण के महत्व को समझाना है. इस पूरे कार्यक्रम की शुरुआत की बात की जाये तो प्रदेश की हिमकॉस्ट काउंसिल के संयुक्त सदस्य सचिव ने जानकारी देते हुआ कहा कि स्कूलों के ईको क्लब सदस्यों के मन में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए ये पहले की गई है. जिसमें काउंसिल ने सीएसआई के साथ मिलकर ग्रीन स्कूल प्रोग्राम का शुभारम्भ किया और ये भी जानकारी दी की कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण तालमेल के स्तर बढ़ाने के लिए स्कूली बच्चों व टीचरों को जल, ऊर्जा, हवा, खाना, जमीन व कचरे जैसे विषय को लेकर सजक करना है. इस सभी क्षेत्रों में इन को प्रशिक्षण भी करना है। यदि साल 2019-20 में हिमकॉस्ट के ईको क्लब इंचार्जों ने पांच दिन की कार्यशाला को सिरमौर, सोलन, मंडी, हमीरपुर व ऊना में आयोजित किया गया था. यदि आप अपने करियर में चाहते है परिवर्तन तो अपनाये यह टिप्स कीजिए एक नए दिन की शुरुआत इन 10आकर्षक गुड मॉर्निंग कटाक्ष के साथ अपने करियर में चाहते है सफलता तो अपनाइये यह टिप्स