65 साल में पहली बार बिजली कंपनी को हुआ 422 करोड़ का फायदा, जानिए कैसे?

पटना: बिहार में 65 वर्षों के इतिहास में पहली बार पूर्ववर्ती बिहार राज्य बिजली बोर्ड (बीएसईबी) एवं डिस्कॉम को 422.68 करोड़ का फायदा हुआ है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एवं स्मार्ट प्रीपेड एनर्जी मीटर से बिजली स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) के तहत प्रदेश के स्वामित्व वाली वितरण कंपनी (डिस्कॉम) साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (SBPDCL) ने 65 साल के इतिहास में लाभ अर्जित किया है। अफसरों ने बताया कि SBPDCL ने इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में 17,982 करोड़ रुपये की कुल आय में 41.57 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जबकि बीते वर्ष (2021-22) यह 12,702 करोड़ रुपये थी, जो अब तक की सबसे ज्यादा है। 

SBPDCL के तकरीबन 63.96 लाख उपभोक्ताओं में से 45 लाख अब एआई-आधारित ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन (ओसीआर) बिलिंग सिस्टम के अंतर्गत आते हैं, जो मैन्युअल इंटरफ़ेस को कम करके बिलिंग मिस्टेक्स को कम करता है तथा मीटर रीडर को उपभोक्ता की मीटर रीडिंग को सरलता से कैप्चर करने की सुविधा देता है। वो भी केवल मोबाइल फोन पर डिजिटल बिजली मीटर की इमेज को क्लिक करके। SBPDCL (राजस्व) के महाप्रबंधक अरविंद कुमार ने कहा कि हमने जून 2022 के आरम्भिक चरण में 113,754 उपभोक्ताओं के लिए एआई-आधारित ओसीआर बिलिंग आरम्भ की। आज, हमने अपने कुल 63.96 लाख उपभोक्ताओं में से तकरीबन 45 लाख ग्रामीण उपभोक्ताओं तक ओसीआर कवरेज बढ़ा दिया है। शेष 19 लाख (तकरीबन) शहरी उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर (एसपीएम) द्वारा कवर किए गए हैं, जिसमें उपभोक्ता को बिजली शुल्क का अग्रिम भुगतान करना पड़ता है। कुल मिलाकर, SBPDCL में कुल 63.96 लाख सक्रिय बिजली उपभोक्ताओं में से 81 प्रतिशत को ओसीआर बिलिंग सिस्टम और स्मार्ट प्री-पेड मीटर के माध्यम से बिना किसी मैन्युअल हस्तक्षेप के बिल दिया जाता है। अरविंद कुमार ने बताया कि 31 मार्च, 2025 तक सरकार ने सभी पोस्टपेड बिजली मीटरों को प्री-पेड में बदलने का लक्ष्य रखा है। 

हालांकि, यह एक मुश्किल काम लगता है क्योंकि बिहार में 1.70 करोड़ के कुल ग्राहक आधार के मुकाबले अब तक सिर्फ 18 लाख प्री-पेड कनेक्शन स्थापित किए गए हैं। SBPDCL और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) ने 60 लाख और 1.10 करोड़  के ग्राहक आधार की तुलना में 9 लाख प्रीपेड कनेक्शन स्थापित किए हैं।आज की दिनांक में दोनों डिस्कॉम में 18 लाख प्री-पेड मीटर लगे हैं, बिहार अब स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने में देश का अग्रणी राज्य बन गया है। ओसीआर बिलिंग और स्मार्ट प्री-पेड मीटर को अपनाकर मानवीय हस्तक्षेप को कम करके बिलिंग त्रुटियों में कमी आई है। SBPDCL अपने कुल ट्रांसमिशन और वाणिज्यिक नुकसान को वित्त वर्ष 2021-22 में 33.54 प्रतिशत से घटाकर वित्त वर्ष 2022-23 में 28.15 प्रतिशत करने में सफल रहा है। एंटी-थेफ़्ट ड्राइव एक ऐसा कदम है जो बिजली चोरी के मामले दर्ज करके नुकसान को कम करने में सहायता करता है। FIR मामलों को संभालने के लिए  अलग से विशेष कार्य बल (STF) को तैनात किया गया है। चोरी और बिजली चोरी की वजह से होने वाले गैर-तकनीकी नुकसान का सामना करने के लिए वर्ष के चलते 42,921 FIR दर्ज हुईं। अरविंद कुमार ने बताया कि हमारी ठोस पहल की वजह से SBPDCL, पहली बार पूर्ववर्ती बिहार राज्य बिजली बोर्ड (बीएसईबी) एवं डिस्कॉम के 65 साल के इतिहास में, 2022-23 में 422.68 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। हालांकि, बिहार के 21 जिलों में बिजली आपूर्ति करने वाली एनबीपीडीसीएल ने इसी अवधि के दौरान 207 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। SBPDCL राज्य की राजधानी पटना समेत  17 जिलों में बिजली आपूर्ति की देखभाल करती है। इस साल दोनों डिस्कॉम का संयुक्त लाभ 215 करोड़ रुपये था।

'भाजपा ने करवाया था पुलवामा हमला, राम मंदिर पर भी करवा सकती है..', क्या आतंकियों को न्योता दे रहे उद्धव ठाकरे ?

MP में घटी दिल दहला देने वाली घटना! पत्नी की हत्या कर पति ने उठाया ये खौफनाक कदम

बंगाल से शफीक अली गिरफ्तार, अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट से कल हुई थी 8 लोगों की मौत

Related News