इंदौर: 6 बार लगातार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीतने वाला 'इंदौर' अब एक और मामले में अव्वल आया है। दरअसल, मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की महिलाओं ने पहली बार आपदाओं के समय चलाए जाने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन (Indore Women Rescue Operation Training) की ट्रेनिंग ली है। शहर की Adventurous Women Group की महिलाओं ने फिर एक बार साबित कर दिया है कि वह किसी से कम नहीं है और किसी भी तरह की आपदा वाली परिस्थिति में आवश्यकता पड़ने पर वे रेस्क्यू टीम के साथ मिलकर आपदा प्रबंधन भी करवा सकती हैं और लोगों का जीवन बचा सकती हैं। इंदौर के बिलावली तालाब पर आयोजित किए गए इस इवेंट 'रेस्क्यू ऑपरेशन ट्रेनिंग' (Indore Women Rescue Operation Training) में लगभग 200 महिलाएं शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने सीखा कि आपदा के समय कौन-कौन से सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। यदि मुश्किल परिस्थिति में किसी को कार्डियक अरेस्ट आता है, या बाढ़ आदि के समय पानी में डूबने से किसी की हालत ख़राब होती है, तो उसे CPR (Cardiopulmonary resuscitation) कैसे दिया जाता हैं, ताकि मौके पर डॉक्टरी सहायता मौजूद न होने पर भी पीड़ित व्यक्ति का जीवन बचाया जा सके। इस ट्रेनिंग में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम ने महिलाओं को रेस्क्यू ऑपरेशन (Indore Women Rescue Operation Training) के अहम गुर सिखाए, जिसमे प्रमुख टेक्निक थी, Equipment demonstration यानी आपदा के समय उपकरणों का इस्तेमाल किस तरह किया जाए, इसी तरह उन्हें Boat demonstration भी सिखाया गया। इसके साथ ही रस्सी (Rope through) की मदद से एक जगह से दूसरी जगह जाने की ट्रेनिंग दी गई। इंदौर की महिलाओं ने आपदा के समय इस्तेमाल की जाने वाली जीवनरक्षक तकनीकें सीखीं, जैसे बाढ़ के समय किस तरह प्रभावितों को बचाया जाए, किस तरह उन्हें सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जाए आदि। इंदौर की महिलाओं की ये पहल, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो शहर के साथ ही देशभर की महिलाओं को गौरवान्वित करने वाला है। 'उन्हें एक बन्दूक देकर वहां भेजो..', मणिपुर हिंसा को लेकर CJI पर विवादित टिप्पाणी करने वाले लेखक बद्री शेषाद्रि गिरफ्तार 'राहुल जी की शादी करा दीजिए..', सोनिया गांधी को महिला किसान ने दी सलाह, मिला मजेदार जवाब, Video 'CM योगी से बुलडोज़र किराए पर ले लो..', बंगाल में अवैध निर्माण और गुंडागर्दी पर सख्त हुआ कोलकाता हाई कोर्ट