गुवाहाटी: असम में बोडो आदिवासी परिवारों को ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है। जी हाँ, मिली जानकारी के तहत धर्म परिवर्तन के लिए तैयार होने वालों को सरकारी सुविधाओं तक आसान पहुंच का लालच दिया जाता है। केवल यही नहीं बल्कि कभी-कभी यहाँ लोगों की मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती धर्म परिवर्तन भी किया जा रहा है। आपको बता दें कि बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के प्रमुख हगरामा मोहिलरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में ये दावा किया है। इसी के साथ उन्होंने कहा है कि ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। कबड्डी खिलाड़ी की हुई दर्दनाक मौत, एक महीने में हुई तीसरी मौत आपको बता दें कि बीपीएफ सुप्रीमो ने अपने पत्र में, जिसे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी संबोधित किया था, आरोप लगाया कि बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) प्रमोद बोरो के नेतृत्व में धर्म परिवर्तन हो रहा है। वहीं मोहिलारी ने कहा, बीटीसी क्षेत्र में हर जगह चर्च बनाए जा रहे हैं। पश्चिमी असम में बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में भूटान और पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे तामुलपुर, चिरांग, बक्सा, उदलगुरी और कोकराझार के पांच जिले शामिल हैं। बीते दिनों ही मोहिलारी ने दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। सामने आने वाली रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने भगवा पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से वादा किया कि उनकी पार्टी लोकसभा में उम्मीदवारों को खड़ा नहीं करेगी और एनडीए में बीपीएफ को शामिल करते हुए असम मंत्रिपरिषद में पार्टी के लिए बर्थ और बीटीसी में सीईएम पद देने की मांग की है। आपको बता दें कि असम की 126 सदस्यीय विधानसभा में बीपीएफ के 3 विधायक हैं। ऐसे में मोहिलरी ने कहा कि असम में भाजपा ने प्रमोद बोरो के नेतृत्व वाली यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) से 2020 में दोस्ती करने का फैसला किया, बावजूद इसके कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने की उनकी पूरी कोशिश थी। जी दरअसल इस साल जनवरी में भाजपा के सहयोगी बीपीएफ ने राज्य विधानसभा में भाजपा के सहयोगी के रूप में वापसी की थी और पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली भाजपा की अगुवाई वाली पहली सरकार में असम में मंत्रिपरिषद में बीपीएफ के तीन मंत्री थे। भारत को मिली ये बड़ी उपलब्धि तेलंगाना में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामला, SIT ने दो लोगों को तलब किया तेलंगाना: नशे में स्कूल पहुंचा शिक्षक, आदिवासी छात्रा के गर्दन पर किया वार