वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में भारत की मौजूदगी ने दुनिया का ध्यान खींचा है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के तौर पर इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हुए, को अमेरिका की तरफ से खास सम्मान दिया गया। जयशंकर को समारोह में पहली पंक्ति में जगह दी गई, जो भारत-अमेरिका के गहराते संबंधों का प्रतीक था। जब उनसे इस सम्मान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत को स्वाभाविक रूप से बहुत अच्छे तरीके से सम्मानित किया जाता है।" जयशंकर ने राष्ट्रपति ट्रंप को प्रधानमंत्री मोदी का पत्र सौंपा और इसे दोनों देशों के बीच मजबूत हो रहे रिश्तों का संकेत बताया। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन भारत को लेकर बेहद उत्साहित है और द्विपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता दे रहा है। उनकी इस तीन दिवसीय वाशिंगटन यात्रा के दौरान कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुईं। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज से मुलाकात की, जहां भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी को और मजबूत करने के मुद्दों पर चर्चा हुई। जयशंकर ने क्वाड मंत्रिस्तरीय बैठक में भी हिस्सा लिया, जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के नेताओं के साथ बातचीत हुई। उन्होंने कहा, "दोनों देशों के बीच रिश्तों को और आगे ले जाने की मजबूत इच्छा स्पष्ट है।" यह संकेत है कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भी प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की केमिस्ट्री एक नई ऊंचाई पर पहुंच सकती है। जयशंकर ने अमेरिका की वीजा प्रक्रिया में देरी के मुद्दे पर भी खुलकर चर्चा की। उन्होंने इसे व्यापार, पर्यटन और लोगों के बीच संपर्क पर नकारात्मक असर डालने वाला बताया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों को अपने आपसी विश्वास को एक मजबूत साझेदारी में बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “हमें बड़ा सोचने और महत्वाकांक्षी होने की आवश्यकता है।” इस शपथ ग्रहण में जयशंकर की उपस्थिति और उन्हें दिया गया सम्मान यह दिखाता है कि ट्रंप प्रशासन के इस कार्यकाल में भी भारत और अमेरिका के संबंधों में मजबूती बनी रहेगी। यह मोदी-ट्रंप की मजबूत केमिस्ट्री और दोनों देशों के साझा हितों का प्रमाण है। सैफ पर हमले के बाद कपिल शर्मा और राजपाल यादव को हत्या की धमकी, अलर्ट हुई मुंबई पुलिस पूरे देश-समुदाय को जिम्मेदार मत ठहराओ..! सैफ को चाक़ू मारने वाले बांग्लादेशी घुसपैठिए पर बोले फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में रहस्यमयी बीमारी का कहर, 17 लोगों की मौत..! पूरा गाँव कंटेनमेंट जोन घोषित