नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के ‘सिंगापुर वैरिएंट’ के नाम पर भय फैलाने को लेकर पलटवार देते हुए कहा है कि दिल्ली के सीएम भारत के लिए नहीं बोलते। मंगलवार (18 मई 2021) को केजरीवाल ने दावा किया था कि सिंगापुर में पाया जाने वाला कोरोना का नया स्ट्रेन बच्चों के लिए बेहद घातक है। इसलिए भारत सरकार को इसे भारत आने से रोकने के लिए सिंगापुर की सारी उड़ानें रद्द कर देनी चाहिए। Singapore and India have been solid partners in the fight against Covid-19. Appreciate Singapore's role as a logistics hub and oxygen supplier. Their gesture of deploying military aircraft to help us speaks of our exceptional relationship. @VivianBala https://t.co/x7jcmoyQ5a — Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 19, 2021 इसके बाद विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सिंगापुर सरकार ने हाई कमीशन को केजरीवाल सरकार के बयान पर कड़ी आपत्ति जताने के लिए फ़ोन किया था। केजरीवाल के गलत बयान की वजह से विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी इस संबंध में ट्विटर पर सफाई देनी पड़ी। भारतीय विदेश मंत्री ने एक ट्वीट में सिंगापुर और भारत के मजबूत संबंधों को और कोविड दौर में ऑक्सीजन आपूर्ति करने पर सराहा। Thanks @DrSJaishankar let’s focus on resolving the situation in our respective countries and helping one another. Nobody is safe until everyone is safe. https://t.co/2ofAZbGw9k — Vivian Balakrishnan (@VivianBala) May 19, 2021 वहीं अगले ट्वीट में लिखा कि, “हालाँकि, ये गैर जिम्मेदार रवैया है, वो भी उनका, जिन्हें पता होना चाहिए कि इससे लंबे समय से चली आ रही साझेदारी खराब हो सकती हैं। इसलिए मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि दिल्ली के सीएम भारत के लिए नहीं बोलते।” बता दें कि इससे पहले सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अरविंद केजरीवाल के दावों का खंडन किया था। वहीं सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन ने केजरीवाल को तथ्यों के आधार पर बोलने की सलाह दते हुए कहा था कि सिंगापुर स्ट्रेन जैसा कुछ नहीं है। जर्मनी ने हिज़्बुल्लाह से जुड़े समूहों पर की छापेमारी, फंड इकट्ठा करने के आरोप में 3 संस्थाओं पर लगाया प्रतिबंध 'पेंडेमिक फाइटर' शैलेजा बाहर, 'दामाद' को एंट्री..., CM विजयन के कैबिनेट में दिखा 'परिवारवाद' 'फर्जी' साबित हुआ सीएम केजरीवाल का दावा, सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया करारा जवाब