लॉकडाउन और कोरोना संकट के मसले पर दुनिया के कई देशों के निशाने पर आया चीन अब झुकता नजर आ रहा है. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, वह अब इस महामारी की उत्पत्ति की जांच के लिए तैयार हो गया है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने संवाददाताओं से कहा है कि चीन का दरवाजा कोरोना के पैदा होने संबंधी अंतरराष्ट्रीय जांच के लिए खुला है लेकिन ऐसी जांच राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त होनी चाहिए. अर्जेंटीना समेत इस शहर में बढ़ी कोरोना की मार, संक्रमण का आंकड़ा 10 हजार के पार आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस दौरान चीन की तल्‍खी अमेरिका के प्रति कम होती नजर नहीं आई. चीनी विदेश मंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हमलों पर कहा कि कोरोना की उत्पत्ति को लेकर चीन को बदनाम करने और अफवाह फैलाने की अमेरिकी कोशिशें विफल साबित हुई हैं. उन्‍होंने यह भी कहा कि कोरोना के मसले पर चीन के खिलाफ चलाए गए किसी भी मुकदमे का कोई भी कानूनी आधार नहीं है. कोरोना ने पकड़ी तेजी, इंडोनेशिया में मिलने लगे संक्रमित अपने बयान में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि कोरोना के मसले पर चीन के खिलाफ कोई भी मुकदमा कानून की नजर में बेबुनियाद होगा. चीन भी अन्य देशों की तरह वैश्विक महामारी का शिकार हुआ है. उन्‍होंने कहा कि इस तरह के मुकदमे अंतरराष्ट्री कानून का शासन की कसौटी पर खरे नहीं उतरेंगे. ऐसी कवायद झूठ, गैर-न्यायसंगत और गैरकानूनी है. चीन के खिलाफ इस तरह के मुकदमें लाने वाले खुद को अपमानित करेंगे. वही, चीनी विदेश मंत्री ने देश के वार्षिक संसद सत्र के मौके पर बातचीत करते हुए कहा कि चीन वायरस के स्रोत का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय के साथ काम करने के लिए तैयार है. चीन मानता है कि ऐसी जांच पेशेवर, निष्पक्ष और रचनात्मक होना चाहिए. उन्‍होंने आगे कहा कि यहां निष्पक्षता का अर्थ है कि जांच प्रक्रिया किसी भी राजनीतिक दखलंदाजी से परे होनी चाहिए. कोरोना से कराह रहा अमेरिका और आपातकाल के बीच गोल्फ खेल रहे ट्रम्प लॉकडाउन के बीच कर्णाटक में हुई शादी दुनियाभर में कोरोना ने पकड़ी तेज़ी, इटली में लॉक डाउन में हुई वृद्धि