नई दिल्ली: देश के ग्रामीणों इलाकों में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना या राजीव गांधी ग्रामीण एलपीजी वितरण योजना के तहत यदि वितरक बनाने का कोई आपको झांसा दे रहा है, तो आप सतर्क हो जाइए क्योंकि यह शुद्ध रूप से फर्जीवाड़ा है। वहीं पता चला है कि मुंबई के पते के सहारे कई फर्जी वेबसाइटों के जरिए यह खेल चल रहा है, जिसमें सरकारी तेल विपणन कंपनियों के नाम पर नकली ई-मेल भेजकर लोगों से भारी मात्रा में धन की मांग कर रहे है। यौन उत्पीड़न के मामलों के बाद देश भर के 539 बाल आश्रय गृहों पर ताला लगा वहीं देश में सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार उज्ज्वलाडीलर डॉट कॉम, एलपीजीवितरकचयन डॉट ओआरजी, उज्ज्वलाएलपीजीवितरक डॉट ओआरजी और इंडेनएलपीजी डॉटकॉम के नाम से कई वेबसाइटें चलने की सूचना मिली थी। जिसमें कई धोखेबाज एजेंसियां या व्यक्ति पीएमयूवाई या आरजीजीएलवी के अंतर्गत एलपीजी वितरकों की नियुक्ति का झांसा देते थे। यहां बता दें कि सरकारी कंपनियों ने एलपीजी वितरकों की नियुक्ति के लिए जो वेबसाइट बनाई है, उसका पता एलपीजीवितरकचयन डॉट इन है। फर्जीवाड़े के लिए इसी से मिलता-जुलता नाम रखा गया है, ताकि लोग झांसे में आ जाएं। सुप्रीम कोर्ट: 2016 दंगा मामले में आरोपी रहे झारखंड के पूर्व मंत्री को कोर्ट ने दी चेतावनी वहीं उन्होने बताया कि नकली वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर उनका पंजीकृत कार्यालय उज्ज्वलाआरजीजीएलवी योजना, उज्ज्वला अपार्टमेंट, एमजी रोड, कांदिवली, पश्चिम मुंबई, महाराष्ट्र, 400067 लिखा है। लोग आसानी से धोखा खा जाएं, इसके लिए आवेदकों को इंफो एट दि रेट उज्ज्वलाडीलर डॉट कॉम नामक ईमेल आईडी से ईमेल भेजे जा रहे हैं। ये आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल के खुदरा एलपीजी वितरक बनाने के लिए भारी मात्रा में धन वसूल रहे हैं। खबरें और भी करतारपुर साहिब के लिए सीमा तक बनेगा कॉरिडोर एक्सप्रेस वे पर पलटी स्लीपर कोच बस, 24 यात्री घायल अमृतसर हादसा: रेल संरक्षा आयोग ने पटरी पर खड़ी जनता को ठहराया जिम्मेदार