मुंबई: निर्वाचन आयोग ने अजित पवार गुट को ही असली NCP माना है। चुनाव निकाय का यह फैसला पार्टी संस्थापक शरद पवार के लिए एक बड़ा झटका है। आयोग ने एक आदेश में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को NCP का चुनाव चिह्न घड़ी भी दे दी है। चुनाव आयोग के अनुसार, फैसला में सभी पहलुओं को जांचा तथा परखा गया है, जिसमें पार्टी संविधान के उद्देश्यों का परीक्षण, पार्टी संविधान का परीक्षण एवं बहुमत के परीक्षण सम्मिलित थे। अजित पवार गुट को राज्य के अधिकांश विधायकों के साथ-साथ जिला अध्यक्षों का भी समर्थन प्राप्त है। अजित पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपने अंदाज में कहा कि वो चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने शरद पवार को नसीहत देते हुए कहा कि अब पवार साहब (शरद पवार) को नई पार्टी बनानी चाहिए या वापस NDA में सम्मिलित होना चाहिए क्योंकि उनके पास अब एक मात्र ये ही विकल्प बचा हुआ है। वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत मायने रखता है, यही वजह है कि निर्वाचन आयोग ने हमें पार्टी का नाम और चिन्ह आवंटित किया है। उन्होंने कहा कि 50 MLA हमारे साथ हैं। साथ ही, प्रदेश के अधिकांश जिला अध्यक्ष, पार्टी प्रकोष्ठों के प्रमुख भी हमारा समर्थन कर रहे हैं। निर्वाचन आयोग के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने के शरद पवार के नेतृत्व वाले NCP के प्रतिद्वंद्वी गुट के दावे पर अजित ने कहा कि हर किसी को ऐसा करने का अधिकार है। वहीं राकांपा (शरद पवार) गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने आयोग के फैसले को महाराष्ट्र व मराठी लोगों के खिलाफ एक षड्यंत्र करार दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस फैसले से बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हैं। उन्हें इसका पहले से ही अंदेशा था कि निर्वाचन आयोग की ओर से ये फैसला आएगा। इधर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि आयोग का फैसला तथ्यों एवं बहुमत पर आधारित है। 'INDIA' गठबंधन को एक और बड़ा झटका, अब ये पार्टी थामेगी BJP का दामन! अचानक RSS कार्यालय में पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया, संघ पदाधिकारियों के साथ चली 40 मिनट की गोपनीय बैठक मुंबई में INDIA गठबंधन की महारैली, लेकिन ममता-केजरीवाल के शामिल होने पर संशय