नई दिल्ली : जीएसटी काउंसिल द्वारा करीब 200 चीजों की दरों में बदलाव और कटौती किये जाने से सरकार को भरोसा था कि उपभोक्ताओं को सब चीजें और सेवाएं सस्ती मिलेंगी . लेकिन व्यवसायियों ने कई चीजों और सेवाओं के दाम बढ़ा दिए. ऐसे में ग्राहक खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है.इन हालातों को देखते हुए अब सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए नेशनल एंटी प्रॉफिटिंग अथॉरिटी गठित करने की घोषणा की है. उल्लेखनीय है कि जीएसटी के तहत सरकार ने रेस्टोरेंट सहित करीब पौने दो सौ सामान और सेवाओं पर जीएसटी घटाया था.लेकिन बीजेपी के नेता किरीट सोमैया ने सरकार से शिकायत की है कि कुछ रेस्टारेंट वाले इस छूट का फायदा ग्राहकों को नहीं दे रहे हैं.स्मरण रहे कि खाने पर गुरुवार को सरकार ने जीएसटी कम करके 5 फीसदी कर दिया. इस समस्या को देखते हुए सरकार ने घोषणा की कि वो जीएसटी के तहत नेशनल एंटी प्रॉफिटिंग अथॉरिटी बनाएगी ताकि टैक्स में जो कटौती की गई है, उसका फायदा लोगों तक मिल सके. जबकि दूसरी ओर रेस्‍टोरेंट के संचालकों का कहना है कि सरकार ने पांच फीसदी इनपुट टैक्स क्रेडिट को खत्म कर दिया है. इसका असर आने वाले वक्त रेस्टोरेंट में खाने की कीमत पर भी पड़ सकता है. वहीँ दिल्ली होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट संदीप खंडेलवाल ने कहा कि जिन 178 सामानों पर जीएसटी घटाया है, इसका फायदा आम लोगों को मिलने में कुछ समय लगेगा. यह भी देखें ग्राहकों को टैक्स कटौती का लाभ देने की तैयारी में कंपनियां जीएसटी में अब दो स्लैब रखे जाएंगे -सुशील मोदी