बेंगलुरू: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस में प्रमोटर और बोर्ड के बीच विवाद सामने आने के बाद हाल में पूर्व चीफ फाइनेंस ऑफिसर (CFO) वी. बालाकृष्णन ने अपने एक बयान में इन्फोसिस में फाउंडर मेंबर नारायणमूर्ति और मैनेजमेंट के बीच जारी बयानबाजी के चलते कहा है कि चैयरमेन को गलतियों की जिम्मेदारी लेते हुए चेयरमैन पद से इस्तीफा देना चाहिए. बालाकृष्णन ने कहा मुझे लगता है कि पिछली सभी गलतियों की जिम्मेदारी लेते हुए चेयरमैन (आर. शेषाई) को इस्तीफा देना चाहिए. बता दे कि हाल में आईटी कंपनी इन्फोसिस में प्रमोटर और बोर्ड के बीच विवाद का खुलासा हुआ था, जिसमे प्रमोटरों ने एमडी और सीईओ विशाल सिक्का के सैलरी पैकेज के साथ उनके कुछ फैसलों पर सवाल खड़े कर दिए थे. जिसमे पूर्व एक्जीक्यूटिव्स को कंपनी छोड़ते वक्त भारी-भरकम पैसे देने (सेवरेंस पैकेज) का मुद्दा भी जुड़ा हुआ है. जिसके बाद एमडी और सीईओ विशाल सिक्का को लेकर इस्तीफे की बात की जा रही है. बालाकृष्णन ने अपने बयान में कहा है कि बोर्ड को सीधे इन बड़े शेयरहोल्डर्स से बात करके उनकी चिंताओं को समझना चाहिए. मामला सुलझाने के लिए किसी लीगल फर्म को हायर करना सही नही होगा. उन्होंने कहा है कि वे बोर्ड के मेंबर है, इसलिए गलतियों के लिए तो सब जिम्मेदार है. किन्तु वे ऑर्डिनरी शेयर होल्डर्स नहीं हैं. जिससे चैयरमेन को गलतियों की जिम्मेदारी लेते हुए चेयरमैन पद से इस्तीफा देना चाहिए. इनफ़ोसिस इंजीनियर युवती की गला घोंटकर हत्या इन्फोसिस के तिमाही नतीजों में शुद्ध लाभ 3708 करोड़ रुपए हुआ ग्रेजुएट पास के लिए Infosys में बहुत से पदों पर होगी भर्ती, करें अप्लाई