नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च अदालत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने आज राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व CJI रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामित किया था. इस दौरान विपक्ष के कुछ सदस्यों ने सदन में जमकर हंगामा किया. गोगोई जब शपथ ग्रहण कर रहे थे, तब विपक्ष के कुछ सांसद शेम-शेम के नारे लगाने लगे और फिर सदन से बाहर निकल गए. इस पूरे मामले पर पूर्व CJI गोगोई ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'जो लोग मेरा विरोध कर रहे हैं, वे जल्द ही मेरा स्वागत भी करेंगे'. इससे पहले, पूर्व CJI रंजन गोगोई का राज्यसभा में नामित किए जाने के फैसले को लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्वर द्वारा शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई है. याचिका में कहा गया है कि रंजन गोगोई को राज्यसभा भेजे जाने के फैसले से अदालत की स्वायत्तता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग गया है, इसलिए इस पर रोक लगाई जानी चाहिए. शीर्ष अदालत के पूर्व CJI गोगोई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राज्यसभा के लिए नामित किए जाने के बाद विपक्ष ने हमलावर रुख अख्त्यार कर लिया था. ऐसे में रंजन गोगोई ने मंगलवार को कहा था कि पहले मुझे शपथ ग्रहण कर लेने दीजिए फिर मैं मीडिया से विस्तार में बात करूंगा कि मैंने ये क्यों स्वीकार किया और मैं राज्यसभा किसलिए जा रहा हूं. ऑस्ट्रेलिया की लैब में मिला कोरोना का तोड़, इंसानों पर शुरू हुआ दवा का परिक्षण ढाई करोड़ लोगों की नौकरियां निगल सकता है कोरोना, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने जारी की चेतावनी मध्यप्रदेश संकट: विस. स्पीकर ने माँगा दो हफ़्तों का समय, जज बोले- जल्दी हो फ्लोर टेस्ट