बंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व सीएम एसएम कृष्णा ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर कहा है कि राहुल के लगातार दखल के कारण मुझे अपना विदेश मंत्री का पद और कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देना पड़ा था. राहुल गांधी की लगातार दखलंदाजी की वजह से मैं इस पद पर कार्य नहीं कर पा रहा था, इसके साथ ही उन्होंने कहा दस वर्ष पहले जब राहुल केवल एक सांसद थे और उन्होंने पार्टी का कोई पद नहीं मिला था, लेकिन फिर भी वे सभी मामलों में दखल देने लगे थे. मनी लॉन्ड्रिंग मामला: ईडी की पूछताछ पर वाड्रा ने तोड़ी चुप्पी, फेसबुक के माध्यम से रखी अपनी बात उन्होंने आगे कहा कि उस समय पीएम, डॉक्टर मनमोहन सिंह थे, किन्तु कई मामलों को उनके संज्ञान में लाए बिना ही किया गया और फिर इसके बाद 2 जी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ और कोयला घोटाले प्रकाश में आए थे. वहीं गठबंधन के घटक दलों पर भी कांग्रेस का कोई नियंत्रण नहीं था. इसके साथ ही कृष्णा ने कहा है कि राहुल उस समय भी पीएम मनमोहन से अधिक शक्तिशाली थे और इससे देश में भ्रष्टाचार में बड़े स्तर पर बढ़ोतरी हुई और राहुल गांधी ने ही यह निर्णय लिया था कि पार्टी को 80 वर्ष से ऊपर के लोगों की जरूरत नहीं है. वहीं एसएम कृष्णा ने कहा है कि वर्ष 2009 से 2014 तक मैं यूपीए सरकार के हाथ में सत्ता में था, तब मैं तमाम अच्छी और बुरी चीजों के लिए समान रूप से जिम्मेदार था. बंगाल में लेफ्ट के साथ जाती दिख रही कांग्रेस, क्या मिलकर 'दीदी' के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा ? इसके बाद एसएम कृष्णा ने पीएम मोदी की तुलना सरदार वल्लभभाई पटेल से करते हुए कहा है कि, अब देश को एकजुट रखने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व की आवश्यकता है. हालांकि अब देश को विकास की पटरी पर आगे ले जाने और राष्ट्र को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी शासन देने के लिए जनता पीएम मोदी जैसा ही प्रधानमंत्री चाहती है. खबरें और भी:- आंध्र प्रदेश: पीएम की रैली से पहले ही शुरू हुआ विरोध, पोस्टर में लिखा 'मोदी नेवर अगेन' इथोपिया का सैन्य हेलीकाप्टर हुआ दुर्घटनाग्रस्त, 3 की मौत 10 घायल ऐसा क्या बोल गए अमोल पालेकर, कि बीच में ही रोकना पड़ा भाषण