साल 2005-06 में जोस रामिरेज बारेटो और यूसिफ याकूबु संग महिंद्रा युनाइटेड के लिए नॅशनल फुटबाल लीग का खिताब हासिल करने वाले पूर्व भारतीय फॉरवर्ड सुरोजित बोस इस वक्त ब्लड कैंसर से अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. ब्राजील के बारेटो और घाना के याकूबु ने आई लीग की प्रारंभ से ठीक पहले ही महिंद्रा युनाइटेड की खिताबी जीत में उनका अहम योगदान रहा था. फिलहाल 33 वर्ष के बोस दिल्ली के एम्स में एडमिट हैं, जहां उनका ब्लड कैंसर का उपचार चल रहा है. सुरोजित कोलकाता में मोहन बागान और मोहम्मदन स्पोटिर्ंग क्लब की तरफ से भी खेल चुके हैं. उन्होंने अपना बीते मुकाबले 2014 में आई लीग में देश एफसी के लिए खेला था. बोस ने मीडिया से बोला, " मुझे पहले चरण में ब्लड कैंसर, एक्यूट माइलॉयड ल्यूकेमिया (एएमएल) का पता लगा है. मैं 7 अगस्त को एडमिट हुआ था. मैं ठीक हो रहा हूं, लेकिन दिल्ली आने के बाद से मेरे लिए कुछ दिनों बेहद मुश्किलभरे रहे थे. मुझे अपने पूर्व साथियों और कुछ फुटबॉल दुनिया से सहायता लेने का सौभाग्य मिला है. " बता दें की पश्चिम बंगाल के कल्याणी डिस्ट्रिक्ट के रहने वाले बोस पुणे में एक फुटबाल डेवलपमेंट केंद्र में कोच के तौर पर कार्य कर रहे थे, जहां वह बीमार पड़ गए. मोहन बागान क्लब संग फेडरेशन कप जीतने वाले बोस ने आगे बोला, " मुझे तेज बुखार था और मैं ठीक से शौच नहीं कर पा रहा था फिर भी मैं किसी कार्य से दिल्ली आया और 6 अगस्त को मेरी तबीयत अधिक खराब हो गई. मैं एक गेस्ट हाउस में अकेले ही रह रहा था. मेरे कुछ छात्र थे, जिन्होंने मुझे अपने फैमिली से कांटेक्ट करने में सहायता की और मुझे हॉस्पिटल भी लाए. " कम पेट्रोल में भी जबरदस्त माइलेज देती है ये बाइक राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की इनामी राशि में होगी बढ़ोतरी, खेल रत्न को मिलेंगे 25 लाख 70 वर्षीय एशियाई खेलों के चैम्पियन सुच्चा सिंह ने खोली सिस्टम की पोल