जोधपुर की पूर्व सांसद और मारवाड़ राजघराने की पूर्व राजमाता कृष्णाकुमारी सोमवार रात चिरनिद्रा की ओर अग्रसर हो गईं. ख़बरों के अनुसार रविवार को हार्ट अटैक के बाद उन्हें गोयल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनकी हालत में सुधार जरूर आया लेकिन सोमवार रात करीब 1 बजे के आस-पास उनका निधन हो गया. आपको बता दें, कृष्णाकुमारी गुजरात के ध्रांगध्रा राजघराने की राजकुमारी थीं और मारवाड़ के पूर्व महाराजा हनवंतसिंह से विवाह के बाद वे जोधपुर आई थीं. उनकी तीन संतान चंद्रेश कुमारी, शैलेश कुमारी और गजसिंह हैं. राजमाता जोधपुर वासियों को अपना परिवार मानती थीं. वे उनके साथ बैठकर पूरे शहर की हलचल, बदलाव और लोगों की खबर लेती थीं. साथ ही सामाजिक कार्य भी करवाती थी. सबसे बड़ी बात यह है कि राजमाता कृष्णाकुमारी राजपरिवार की 5 पीढ़ियों की साक्षी रहीं. इस दौरान उनके कई रूप देखने को मिले. वह अपने जीवन में एक बहु, एक पत्नी, एक मां, एक राजमाता और एक समाज सुधारक के किरदार में नज़र आईं. यहीं कारण है कि, आज पूरा जोधपुर सहम-सा गया हैं. सूत्रों के अनुसार पूर्व राजमाता का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम चार बजे जसवंत थड़ा पर किया जाएगा. इससे पूर्व दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक उनकी पार्थिव देह आमजन के दर्शनार्थ उम्मेद भवन पैलेस में रखी जाएगी. इसके बाद 3:30 बजे अंतिम यात्रा जसवंत थड़ा के लिए रवाना होगी. VIDEO: डॉ. बिंदेश्वर पाठक के इस गाने को 24 भाषाओं में गाया जा चुका है बीजेपी विधायक के गोद लिए स्कूल में झाड़ु लगाते है बच्चे द ग्रेट खली के रेसलिंग इवेंट पर सियासत शुरू