नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने फेक न्यूज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए यूट्यूब से 3 चैनलौं को प्रतिबंधित करने के लिए कहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब को तीन चैनलों- आज तक लाइव, न्यूज हेडलाइंस और सरकारी अपडेट्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटाने का आदेश दिया है। इन यूट्यब चैनलों को PIB फैक्ट चेक यूनिट ने फर्जी खबरें फैलाने के लिए जिम्मेदार पाया है। आज तक लाइव की खबरों पर अगर नज़र डाली जाए तो, इसमें 'शरद पवार का निधन, अंतिम संस्कार में मोदी रवाना', 'नहीं रहे पूर्व प्रधानमंत्री, मनमोहन सिंह का हुआ निधन', जैसी फर्जी खबरें फैलाई जा रही थी। बता दें कि, इसी साल सितंबर महीने में धार्मिक समुदायों के खिलाफ घृणा फैलाने के लिए सामग्री में छेड़छाड़ करने और फर्जी खबरें फैलाने के लिए सरकार ने 10 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया था। खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर 10 यूट्यूब चैनलों के 45 वीडियो को ब्लॉक कर दिया गया था। जिन वीडियोज को प्रतिबंधित किया गया था, उन्हें कुल मिलाकर 1.30 करोड़ बार देखा गया था। इन फर्जी ख़बरों में दावा किया गया है कि सरकार ने कुछ समुदायों के धार्मिक अधिकार छीन लिए हैं। इससे पहले केंद्र सरकार ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले 102 यूट्यूब चैनल और फेसबुक अकाउंट को प्रतिबंधित किया था। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस वार्ता के दौरान इस बारे में जानकारी दी थी। शराब घोटाले से दिल्ली के 2873 करोड़ डूबे, केजरीवाल की पार्टी ने ली 100 करोड की घूस- ED की चार्जशीट तवांग झड़प पर रक्षा मंत्री और कानून मंत्री के बयान से संतुष्ट नहीं विपक्ष, संसद में 12 दलों का प्रदर्शन भारत में पिछले साल कितने लोगों ने की ख़ुदकुशी ? सरकार ने संसद में दिए NCRB के आंकड़े