नई दिल्‍ली: संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव और शांति प्रयासों के लिए नोबेल पुरूस्कार से सम्मानित कोफी अन्नान का 80 साल की उम्र में आज निधन हो गया. बता दें कि कोफी अन्नान काफी लम्बे समय से बीमार चल रह थे. कोफी अन्‍नान फाउंडेशन की ओर से जारी बयान में उनके निधन पर शोक जताया गया है. World Photography Day : ऐसे बना 19 अगस्त फोटोग्राफी दिवस कोफी अन्नान को वैश्विक स्तर पर शांति प्रयासों और गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है. ख़बरों की माने तो वह अगले महीने भारत आने वाले थे. उनका भारत से काफी अच्छा रिश्ता रहा है. कोफी अन्नान को एड्स बीमारी की रोकथाम के प्रयासों के लिए जाना जाता है. कोफी अन्‍नान इन दिनों रोहिंग्या और सीरिया के शरणार्थी संकट के समाधान के लिए काम कर रहे थे. कोफी अन्नान युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में शांति लाने के लिए और प्रवासियों को फिर से अपनी जमीन पर बसाने के लिए काम कर रहे थे. विश्व हिंदी सम्मेलन में याद आए 'अटल' कोफी अन्नान का जन्म 8 अप्रैल, 1938 को घाना के कुमसी नामक स्थान में हुआ था. कोफी अन्नान 1962 से 2006 तक संयुक्त राष्ट्र में कार्यरत रहे. वह 1997 से 2006 के बीच संयुक्त राष्ट्र के 7वें महासचिव भी रहे. कोफी अन्नान को 2001 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाज़ा गया. कोफी अन्नान यूएन में जाने वाले पहले अफ्रीकी मूल के महासचिव थे. ख़बरें और भी... संयुक्त राष्ट्र से हिंदी में प्रसारित होगा समाचार बुलेटिन- सुषमा स्वराज पकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद अब इमरान को करना पड़ेगा इन चुनौतियों का सामना BREAKING: यूएन के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान का निधन