केंद्रीय राज्यमंत्री अश्वनी चौबे ने मंगलवार को वाराणसी में बोलते हुए राहुल गांधी की तीखी आलोचना की. उन्होंने ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि वे शेर प्रधानमंत्री के सामने सवा शेर बनने की इच्छा न रखें. अश्वनी चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबी देखी है, राहुल गांधी ने नहीं देखी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का भाषण तथ्यहीन होता है. संसद में न बोलने देने के आरोप पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा, 'लोकसभा में राहुल गांधी गूंगे की तरह बैठे रहते हैं. पार्लियामेंट को चलने नहीं दिया. कांग्रेस की क्या भूमिका रही, सबने देखा है.' दलित के यहां खाने पर कहा कि कांग्रेस की तरह यह शौक नहीं होना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर भी तंज कसा और कहा कि कांग्रेस को श्मसान जाने के लिए चार लोग भी नहीं मिलेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री दलितों के नाम पर उन्हें बरगलाते नहीं हैं. पीएम के दिल में दलित बंधुओं के लिए स्थान है. उन्होंने कांग्रेस के दलित प्रेम को लेकर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आंबेडकर जी को पहली बार लोकसभा तक भी नहीं जाने दिया. कांग्रेस ने आंबेडकर और दलित समाज को बहुत यातनाएं दी हैं. इतना ही नहीं, दलित नेता जगजीवन बाबू तक को कांग्रेस ने बढ़ने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि अब वे (राहुल) शेर प्रधानमंत्री के सामने सवा शेर बनने की इच्छा रख रहे हैं. राहुल सिर्फ वंशवाद को बढ़ाने की राजनीति कर रहे हैं. वे संविधान की बात न करें. कांग्रेस देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. लेकिन उनके गुमराह करने के झांसे में जनता नहीं आने वाली. 2019 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दो तिहाई बहुमत की सरकार बनने जा रही है. कर्नाटक चुनाव: 27 अप्रैल को जारी होगा कांग्रेस का घोषणापत्र बीजेपी के खिलाफ मंथन, रास्ता सिर्फ गठबंधन संविधान बचाओ नहीं राहुल बचाओ अभियान है - संबित पात्रा