नई दिल्ली. मुंबई हमलों (26/11) का मास्टरमाइंड और लश्कर सरगना हाफिज सईद को नजरबंदी से आजाद करने के बाद पाकिस्तान पर लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है. फ्रांसीसी कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि पेरिस ने सईद की रिहाई को लेकर पाकिस्तान को अपनी गहरी चिंता से अवगत करा दिया है. सईद के संगठन को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति ने आतंकवादी संगठन के तौर पर सूचीबद्ध किया है. संयुक्त राष्ट्र लश्कर के मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा को पहले ही प्रतिबंधित कर चुका है. सूत्रों ने बताया कि फ्रांस ने हाफिज सईद को आजाद करने के पाकिस्तान के कदम पर नाखुशी जताई है. उन्होंने कहा कि फ्रांस और भारत आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अपने कठोर प्रयासों को जारी रखेंगे और इस खतरे से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने की कोशिश लगातार जारी रखेंगे. यह 2018 की शुरुआत में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्यूएल मैक्रॉन की यात्रा का अहम पहलू होगा. पेरिस का कहना है कि सईद का संगठन एक आतंकी संगठन है. लिहाजा उसकी रिहाई से आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई कमजोर पड़ेगी. अमेरिका ने पाकिस्तान से सईद को फिर से गिरफ्तार करने की मांग की थी और चेताया था कि ऐसा नहीं करने से द्विपक्षीय संबंधों पर प्रभाव पड़ेंगे. लश्कर आतंकी के सिर पर एक करोड़ डॉलर (64.50 करोड़ रुपया) का इनाम घोषित है. हाफिज सईद जनवरी से नजरबंद था. पीयूष गोयल की तबीयत बिगड़ी, हॉस्पिटल में एडमिट कोहरे के कारण दिसंबर से फरवरी तक रद्द होंगी कई ट्रेनें आईएफएफआई मेंबर्स ने की 'एस दुर्गा' की स्क्रीनिंग