सीरिया में आतंकियों और जेहादियों से संघर्ष में सीरियाई सेना लगातार जुटी है हुई है और कई बार सीरिया द्वारा रासायनिक हथियार इस्तेमाल करने के संकेत मिले हैं. अमेरिका ने सीरिया को इस बात के लिए पहले ही चेतावनी देते हुए कहा था की यदि सीरिया अपने सभी रासायनिक हथियार समाप्त नहीं करते तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी वहीँ अब फ्रैंक के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि इस बात की पुष्टि हो जाती है कि सीरियाई सरकार ने अपने नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है तो फिर फ्रैंक उस पर हमला करेगा. राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने आगे कहा है कि - "हम उन स्थानों पर हमले करेंगे, जहां से ये हमले किए गए थे. हमारी एजेंसियां अभी यह साबित नहीं कर पाई हैं कि इन रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नागरिकों के खिलाफ किया गया था. जैसे ही यह साबित होता है, मैं वही करूंगा जो मैंने कहा है." इसके बाद मैक्रों का कहना है कि उनकी लड़ाई आतंकिया और जेहादियों के खिलाफ है और वे उसे ही प्राथमिकता देंगे लेकिन अगर वे सीरिया हमला करते हैं तो हमले के दौरान या उसके बाद सीरियाई सरकार अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय के समक्ष जवाबदेह होगी. आगे राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अगर मुनासिब हो सके तो इस सीरिया के मुद्दे पर बात करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैठक आयोजित की जानकी चाहिए. शुक्रवार के दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फ़ोन पर बात करते हुए फ्रैंक के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा कि सीरिया द्वारा पिछले कुछ हफ़्तों में लोगों पर कई बार क्लोरीन के इस्तेमाल करने के संकेत मिले हैं और अब हमारी एजेंसिया इस बात की सत्यता की जांच में जुटी हुई हैं. यदि यह सच साबित होता है तो फ्रैंक सीरिया पर हमला करेगा. भारत पर भड़के ट्रम्प वोदका पीने से आती है आक्रामकता सुंजवां आतंकी हमले को लेकर पाक की चेतावनी