एक ओर अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन धूम मचा रही है , वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले में रोजगार देने के नाम पर ग्रामीण महिलाओं के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है . मिली जानकारी के अनुसार घुघरी तहसील के रहंगी गांव की 15 आदिवासी महिलाओं के समूह को करीब 12 साल पहले जिला पंचायत द्वारा स्वर्ण जयंती ग्रामीण स्वरोजगार योजना के तहत सेनेटरी नेपकिन पैड बनाने के लिए प्रशिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया था. प्रशिक्षण के बाद महिलाओं ने सेनेटरी नेपकिन पैड बनाने का काम भी शुरू कर दिया लेकिन सही प्लेटफार्म और मार्केटिंग नहीं होने से उनकी मेहनत बेकार गई . यहां तक की इन महिलाओं को मिलने वाली अनुदान की राशि भी अधिकारियों ने हड़प ली थी. तब से महिलाओं का यह समूह खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है . इस बारे में समूह की महिलाओं ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद जब उन्होंने काम शुरू किया था तब उन्होंने करीब 2100 सेनेटरी नेपकिन बनाए थे.एक नेपकिन बनाने में उस समय 3 रूपये लागत आई थी.जिसका बिक्री मूल्य उन्होंने 7 रूपये निर्धारित किया था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से उनकी यह योजना खटाई में पड़ गई . हालाँकि महिलाओं का कहना है कि यदि शासन प्रशासन उनकी मदद करे तो वो फिर दोबारा इस काम को शुरू करने का इरादा रखती है . यह भी देखे इंदौर के बड़े लोहा व्यापारी को धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने किया गिरफ्तार करणी सेना ने फिर दी चेतावनी