नई दिल्ली. जब से राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद भवन में गले लगाया है तब से ही ये मुद्दा सोशल मीडिया सहित हर जगह पर चर्चा का विषय बना हुआ है. अब तो आलम ये है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने 'फ्री हग' यानी की गले मिलने का ही कैम्पेन चलाना शुरू कर दिया है. मंगलवार को राजधानी दिल्ली के कनाट प्लेस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लोगों से गले मिलते हुए देखा गया. इतना ही नहीं इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता अपने हाथ में कुछ पोस्टर लेकर भी खड़े थे जिसमें राहुल गांधी पीएम मोदी से गले मिलते हुए दिखाई दें रहे थे. मुझसे गले मिलने से पहले 10 बार सोचेंगे राहुल- योगी वैसे पोस्टर में अकेले राहुल और पीएम मोदी नहीं थे बल्कि उसमें तो दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन की भी तस्वीर छपी हुई थी. कार्यकर्ता दिल्ली की सड़कों पर अपने हाथ में ये पोस्टर लेकर घूम रहे थे. पोस्टर पर ये भी लिखा था कि- 'नफरत मिटाओ, देश बचाओ' और 'से नो टू हैट' यानी अब कांग्रेस कार्यकर्ता पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए देश की जनता को नया पाठ पढ़ा रहे हैं कि, देश से नफरत हटाओ और देश को डूबने से बचाओं. इसके साथ ही उन्होंने अपने इस कैम्पेन के जरिए ये भी सन्देश देना चाहा है कि, नफरत को अलविदा कहो. EDITOR DESK: चुनावी दंगल में गाय की राजनीति कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस दौरान इन पोस्टर्स के साथ-साथ भाजपा और केंद्र सरकार की आलोचना भी की. वैसे इससे पहले मुंबई में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसी तरह के पोस्टर अंधेरी इलाके में लगाए थे जिसपर लिखा था कि- "नफरत से नहीं प्यार से जीतेंगे". उन पोस्टर्स में राहुल गांधी और सोनिया गांधी का फोटो छपा हुआ था. इन पोस्टर्स को संजय निरूपम ने बनवाया था इसलिए उसमें उनका भी फोटो छपा था. आपकी जानकारी के लिए बता दें मानसून सत्र 2018 के दौरान राहुल मोदी ने अपने भाषण के बाद पीएम मोदी को गले लगाया था. ख़बरें और भी... NEET डाटा लीक पर भड़के राहुल, जाँच की मांग की अलवर मॉब लिंचिंग मामला : भाजपा ने राहुल गांधी को बताया 'नफरत का सौदागर' क्या है विशेषाधिकार हनन?