यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...

आधी रात को हम दोस्तों की सोई आत्मा को जगाते हैं, और उनके जागने के बाद, हम ख़ुद सो जाते हैं.

 

ऐ दोस्त, हर ख़ुशी तेरी तरफ़ मोड़ दूँ, तेरे लिए चाँद तारे तक तोड़ दूँ, खुशियों के दरवाजे तेरे लिए खोल दूँ, इतना काफी हैं या दो-चार झूठ और बूल दूँ.

 

मरी हँसी का हिसाब कौन करेगा, मेरी गलती को माफ़ कौन करेगा, ऐ ख़ुदा मेरे दोस्तों को सलामत रखना, वरना मेरी शादी में “नागिन डांस” कौन करेगा.

 

दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो, अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो, और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो, उसे चैन की नींद सोने मत दो.

 

न जाने कब कोई अपना रूठ जाएँ, न जाने कब कोई अश्क आँखों से छूट जाए, कुछ पल हमारे साथ भी मुस्कुरा लिए करो ऐ दोस्त, न जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाएँ.

 

ऐ दोस्त, उदासियों की वजह तो बहुत हैं जिन्दगी में, पर बेवजह ख़ुश रहने का मजा ही कुछ और हैं.

 

पी लेंगे तुम्हारे हर एक आँसू, कभी अपनी महफ़िल में बैठाकर तो देखों, भाभी कहोगे तुम अपनी गर्लफ्रेंड को कभी हमसे मिलाकर तो देखो.

 

ख़ुदा ने जब तुम्हें बनाया होगा, कन्फूजन का एक लम्हा आया होगा, कभी मंकी तो कभी डंकी बनाना चाहा होगा, और बाद में दोनों का मिक्स्चर पंसद आया होगा.

 

जिन्हें कोयल समझा, वो कौवा निकला, दोस्ती के नाम पर हौवा निकला, जो रोका करते थे हमें शराब पीने से आज उनकी जेब में पौवा निकला.

 

लोग कहते हैं जमीं पर किसी को ख़ुदा नही मिलता, शायद उन लोगो को दोस्त कोई तुम सा नही मिलता.

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