कश्मीर में शोपियां के जंगलों में शुक्रवार की रात को जवान इरफान डार की गोलियों से छलनी कर दिया गया था, जिसका शव शनिवार सुबह बरामद किया गया था. भारतीय सेना के सूत्रों ने भगोड़े जहूर ठोकर पर हत्या का शक जताया है, वह पहले डार की ही यूनिट में था और हथियार के साथ सेना से भाग गया था. उल्लेखनीय है कि इरफान डार की हत्या के मामले में सेना को भगोड़े जहूर ठोकर पर शक है, सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ''हमारे लोकल सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले हथियार लेकर सेना से भागे जहूर ठोकर को उसी एरिया में देखा गया था, जहां इरफान का शव बरामद किया गया. ऐसी संभावना है कि भगोड़े ठोकर ने किसी आतंकी संगठन के इशारे पर यह काम किया हो. उसके हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम करने की संभावना है. पहले पुलिस से भागे हुए भगोड़े आतंकी संगठनों से जुड़ते थे, लेकिन अब टेरिटोरियल आर्मी में भी यह ट्रेंड बनता जा रहा है. हालांकि इस केस में हम 100 फीसदी आश्वस्त नहीं हैं कि ठोकर ने ही इरफान की हत्या की होगी. हो सकता है कि ठोकर का भी उस इलाके में देखा जाना महज एक संभावना भर हो.'' इस मामले में कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि ''हम इस मामले में सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रहे हैं. हम इरफान के परिवार और दोस्तों से भी पूछताछ भी कर रहे हैं. इरफान के फोन रेकॉर्ड्स की भी जांच कर रहे हैं. हम इस मामले में टेरिटोरियल आर्मी के भगोड़े की संभावित भू्मिका की जांच भी कर रहे हैं.'' पोप फ्रांसिस की सेना प्रमुख से मुलाकात डोकलाम में फिर दाखिल हुआ चीन पाकिस्तान की हिंसक झड़प में 10 मरे, 250 घायल