तमिलनाडु सरकार ने राज्य में 31 जनवरी तक लॉकडाउन की पाबंदियां बढ़ा दी हैं। जी हाँ और खासकर , 14 जनवरी से 18 जनवरी के बीच सभी पूजा स्थलों पर पाबंदियां होंगी और लोगों को पूजा स्थलों तक जाने की इजाजत नहीं। आप सभी को बता दें कि पोंगल के लिए विशेष अंतर-जिला बसें 75 फीसदी क्षमता से चलेंगी। वहीं दूसरी तरफ सरकार के इस फैसले से नाराज चेन्नई के एक रेस्टोरेंट के मालिक ने कहा कि 'अब हम सभी जानते हैं कि लॉकडाउन कोई समाधान नहीं है। राज्य में अधिकांश लोगों को अब टीका लगाया गया है। हमें इस लॉकडाउन और वीकेंड कर्फ्यू का कोई मतलब नहीं दिख रहा है। #COVID19 की अंतिम 2 लहरों में लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई।' आप सभी को हम यह भी बता दें कि कोरोनावायरस के संक्रमण के मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए चेन्नई में संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। इसके अलावा अन्य राज्य सरकार की तरफ से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू , स्कूल-कॉलेज बंद, वर्क स्पेस को आधा करना, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रियों की सीमित संख्या करने जैसे कई कदम उठाए गए हैं। इसी के साथ हर राज्य में प्रदेश सरकार की ओर से अलग अलग गाइडलाइन जारी की गई है। आप सभी को बता दें कि तमिलनाडु में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की चेन तोड़ने के लिए रविवार को पूर्ण रूप से लॉकडाउन लगा दिया गया था। जी हाँ और यह किसी राज्य में पहली बार तीसरी लहर के दौरान लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन के साथ ही इस साल का पहला लॉकडाउन रहेगा। आपको बता दें कि यहाँ कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तमिलनाडु सरकार ने पहले ही नाइट कर्फ्यू राज्य में घोषित कर दिया था और कई पाबंदियों के साथ बीते रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रखने का आदेश दिया गया था जो अब बढ़ाकर 31 जनवरी तक कर दिया गया है। मिली जानकारी के तहत संपूर्ण लाकडाउन के तहत सिर्फ जरूरी सेवाएं जैसे मेडिकल, किराना आदि खुले रहेंगे। इसके अलावा सभी दुकानें व सेवाएं स्थगित रहेंगी। दिल्ली में कब लगेगा लॉकडाउन ? LNJP अस्पताल पहुंचे सीएम केजरीवाल ने दिया जवाब प्रवासी मजदूरों में लॉकडाउन की दहशत, दिल्ली-NCR से फिर शुरू हुआ पलायन मल्टीप्लेक्स रिकवरी को टाल सकती है कोविड की नयी लहर : क्रिसिल रिपोर्ट