पटना। उत्तरभारत के साथ ही समूचे देश में दीपावली के बाद मनाया जाने वाला छठ पर्व बस कुछ ही दूर है। इस पर्व को लेकर देशभर के सरोवरों, नदियों और जलस्त्रोतों के किंनारों पर तैयारियां कर ली गई हैं। विशेषतौर पर यह पर्व उत्तरभारत और बिहार में मनाया जाता है। ऐसे में बिहार में पर्व को लेकर आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। राज्य की राजधानी पटना में गंगा किनारे 101 घाटों को अध्र्य देने के लिए तैयार कर लिया गया है। यहां पर महिलाओं के लिए चेंजिंगरूम बना लिए गए हैं तो दूसरी ओर शौचालयों का निर्माण भी करवाया गया है। घाटों को साफ कर लिया गया है। घाटों के समीप वाॅच टाॅवर और कंट्रोल रूम तैयार किए गए हैं। यहां पर यात्रियों के लिए आवश्यक शेड्स का निर्माण भी कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार दानापुर से पटना सिटी के मध्य लगभग 20 किलोमीटर लंबे गंगा तट पर अध्र्य देने की व्यवस्था की गई है। यहां पर लगभग 101 घाटों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों ने मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। विभिन्न घाटों को 21 अलग - अलग सेक्टर्स में बांटा है। जिले के अन्य भागों में अतिरिक्त दंडाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। दानापुर अनुमंडल में 5, पटना सदर अनुमंडल में 36 और पटना शहर अनुमंडल में 60 घाट मौजूद हैं। गंगा तट पर जाने के लिए महेंद्रू बीच से दीघा तक जाने हेतु मार्ग बनाया गया है। लोगों के पूजन के लिए आवश्यक व्यवस्था और पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने प्रत्येक घाट पर दंडाधिकारी के साथ फोर्स की तैनाती की है। एसडीआरएफए एनडीआरएफ की टीम गंगा नदी में गश्ती करते रहेगी। इसके साथ गोताखोर भी घाटों पर तैनात किए गए हैं। ये करीब 100 नावों से गश्ती करेंगे। प्रत्येक घाट पर निबंधित नावों को भी आपातकाल में निपटने के लिए तैनात किया गया है। बिहार बोर्ड पर कोर्ट ने लगाया 5 लाख का जुर्माना बिहार में एक और गैंगरेप, ऑटो में ले जाने के बहाने किया दुराचार मीसा को दान में मिली करोड़ों की ज़मीन - सुशील मोदी