करनाल : छत्‍तीसगढ़ में शहीद हुए करनाल के वीर सपूत राममेहर का सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव खेड़ी मान सिंह में अंतिम संस्‍कार किया गया. सैकड़ों लाेगों ने उनको अंतिम विदाई दी. इस मौके पर राज्‍य के मंत्री कर्णदेव कांबोज सहित कई राजनेता, सीअारपीएफ के अधिकारी और जिले के आला अधिकार मौजूद थे. गौरतलब है कि सीआरपीएफ के जवान राम मेहर तीन दिन पहले छत्‍तीसगढ़ मेंं नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव खेड़ी मान सिंह में बुधवार सुबह लाया गया. उनका पार्थिव शरीर देखकर परिवार के लोगों का रो-राेकर बुरा हाल हो रहा था. उनको श्रद्धांजलि देने बड़ी संख्‍या में लोग उमड़ पड़े. उनकी चिता को 14 साल के बेटे ने मुखाग्नि दी तो वहां माैजूद लोग भी बिलख पड़े. पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने शहीद को शस्‍त्र झुकाकर और हवा में गाेलियां दाग कर श्रद्धांजलि दी. बता दें कि शहीद सैनिक को सम्मान देने अंतिम संस्‍कार के समय सीआरपीएफ के डीआइजी भानुप्रताप सिंह, राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज, हैफेड चेयरमैन हरविंद्र कल्याण, विधायक भगवानदास कबीरपंथी, पूर्व मंत्री भीम सिंह मेहता, डीसी मंदीप सिंह बराड़ व एसपी जेएस रंधावा के सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे. यह भी देखें CM नीतीश कुमार के काफिले के लिए सुकमा शहीदों का वाहन रुकवाया? सुकमा हमले से गुस्से में देश, गंभीर ने कहा : देशवासियों की जान इतनी सस्ती नहीं है