हमारे वास्तुशास्त्र के मुताबिक हम अपने घर में जो हम फर्नीचर लाते है वो हमारी सफलता, तरक्की, खुशियां लेकर आती है. इसलिए कभी भी फर्नीचर सोचे-समझकर ही घर लाना चाहिए. जिससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा रहें. जानिए कैसे, कब, कहां फर्नीचर लाना चाहिए. 1-अगर आप फर्नीचर में किसी भी तरह की डिजाइन बनवाना चाहते है, तो उसमें फूल, मछली, सूरज. राधा-कृष्ण, गाय हाथी आदि की आकृति बनाएं. इसके साथ ही डार्क पॉलिश न करा कर हल्के रंग की मॉलिश कराएं. यह शुभ साबित होगा. 2-कई बार होता है कि फर्नीचर बनवाते समय हम किनारे नुकीले कर देते है. जो कि सही नहीं है. यह आपके लिए हानिकारक साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा भी लाता है. इसलिए हमेशा गोल आकार में ही किनारा बनवाएं. 3-अगर आप ऑफिर में फर्नीचर का इस्तेमाल करना चाहते है, तो स्टील का खरीदें. इससे सकारात्मक ऊर्जा आने के साथ-साथ धन की वृद्धि होती है. 4-फर्नीचर या फर्नीचर बनाने वाली लकड़ी किस शुभ दिन ही खरीदें. कभी भी शनिवार, अमावस्या या फिर मंगलवार को न खरीदें. 5-जब भी कभी फर्नीचर खरीदें, तो इस बात का जरुर ध्यान रखें कि वह किस तरह की लकड़ी से बनी है. यानि की हमेशा नीम, शीशम, अशोका, चंदन, सागवान, साल, अर्जुन से बनी हो. वही फर्नीचर खरीदें. ये है विष्णु पूजा में ध्यान देने वाली बाते ये है धरती का ब्रम्हलोक तुलसी के साथ आवले की भी करे पूजा