जयपुर: इन दिनों राजस्थान में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं. किन्तु बच्चे फ़ोन टॉर्च की लाइट में पढ़ने पर मजबूर है. क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में घंटों लाइट गुल रहती है. साथ ही भीषण गर्मी का प्रकोप भी बच्चों को झेलना पड़ रहा है. बच्चों के घरवालों का कहना है कि प्रशासन से कई बार अपील की जा चुकी है कि परीक्षा के समय इस प्रकार का खतरा बच्चों के सामने ना खड़ा हो. मगर इस गंभीर दिक्कत पर अब तक किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया है. वहीं, फ़ोन की बैटरी डिस्चार्ज होने के बाद यह दिक्कत बहुत बढ़ जाती है. क्योंकि लाइट ना होने के चलते वक़्त पर फ़ोन चार्ज नहीं हो पाता है. इसका सीधा प्रभाव बच्चों की तैयारियों पर पड़ता है. इसलिए हम चाहते हैं कि जब तक बच्चों की बोर्ड परीक्षा चल रही हैं तब तक बिजली सप्लाई नियमित की जाए. वही हाल ही में राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी किया था कि जिसमें रमजान माह में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से बिजली गुल नहीं होनी चाहिए. किन्तु इस आदेश का खूब विरोध हुआ था, जिसे वापस ले लिया गया था. ऐसे में लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार धार्मिक आयोजनों पर बिजली आपूर्ति के नियमित करने का निर्देश देती है. मगर बच्चों की पढ़ाई के लिए बिजली आपूर्ति ठप कर दी जाती है. वही राजस्थान के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा ही हाल है. अफसरों से कई बार इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है. मगर अब तक इस मुसीबत का कोई भी समाधान नहीं निकल सका है. श्रीलंका पर मंडराए संकट के बादल, लोग भारत में मांग रहे हैं शरण किसानों को ताकत दे रही हमारी सरकार: PM मोदी अन्नदाता ने बनाया बच्चों का भविष्य! स्कूल के लिए कम पड़ी जगह तो दान दे दी 4 बीघा जमीन