GAIL India Ltd के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्‍टर मनोज जैन ने सोमवार को कहा कि अगले पांच वर्षों में पाइपलाइन का विस्‍तार होगा| सिटी गैस वितरण नेटवर्क बनाने और पेट्रोकेमिकल उत्‍पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी 1.05 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है। वहीं उन्‍होंने कहा कि गैस पाइपलाइन के जरिये देश के पूर्व, पूर्वोत्‍तर और दक्षिण भारत के उपभोक्‍ताओं तक ईंधन पहुंचाने की योजना है। इसके साथ ही सरकार भी देश के एनर्जी बास्‍केट में प्राकृतिक गैस की हिस्‍सेदारी 6.2 फीसद से बढ़ाकर 15 फीसद करने की दिशा में काम कर रही है। इसके साथ ही जैन ने कहा कि पाइपलाइन के लिए 45,000 करोड़ रुपये से 50,000 करोड़ रुपये, पेट्रोकेमिकल क्षमता विस्‍तार के लिए 10,000 करोड़ रुपये और सिटी गैस वितरण कारोबार के लिए 40,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च की योजना बनाई गई है।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन गैस आधारित अर्थव्‍यवस्‍था बनाना है ताकि अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन पर निर्भरता घटे। GAIL प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप ही इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर तैयार करने पर जोर दे रही है। वहीं भारत अभी प्रतिदिन लगभग 160 मिलियन स्‍टैंडर्ड क्‍यूबिक मीटर्स गैस की खपत करता है और ऊर्जा क्षेत्र में इसकी हिस्‍सेदारी 15 फीसद होकर 600 mmcmd होने वाली है। GAIL इसी लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने के मदद के लिए इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर तैयार कर रही है।इसके साथ ही वर्तमान में GAIL 12,160 किलोमीटर गैस पाइपलाइन नेटवर्क का परिचालन करती है और देश में बिकने वाली सभी प्राकृतिक गैसों में से दो-तिहाई का विपणन करती है। इसके साथ ही जैन ने कहा कि GAIL अगले पांच वर्षों में पाइपलाइन में लगभग 7,000 किमी की बढ़ोत्‍तरी होगी। कोरोना वायरस ने तोड़ी पाकिस्तान की कमर, 93,650 के पार पहुंचा सोना जानिए कितना है भारत का गोल्ड रिज़र्व और अर्थव्यवस्था में क्या है इसकी भूमिका ? पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों पर लगा ब्रेक, जानिए क्या हैं आज के रेट