यह बात तो हम सभी जानते है कि 2 अक्टूबर को गांधी की जयंती मनाई जाती हैं। भारत में कोई उन्हें बापू कहता है, तो कोई अहिंसा के पुजारी। राष्ट्रपिता के स्वरूप में आज भी वे पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। सभी उन्हें अहिंसावादी आचरण और अपनी वचनबद्धता के लिए याद किए जाते है। गांधीजी ने अपने जीवन में 16 आदर्शों को महत्त्व दिया है, जिनमे से 3 महत्वपूर्ण सूत्रों को उन्होंने सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। पहला सूत्र है सामाजिक गंदगी को दूर करने के लिए झाड़ू का सहारा। दूसरा सूत्र है सामूहिक प्रार्थना को बल देना, जिससे एकजुट होकर व्यक्ति जात-पात और धर्म की बंदिशों को दरकिनार कर प्रार्थना करें। तीसरा और आखिरी सूत्र है चरखा। यह आत्मनिर्भर और एकता का प्रतीक माना जाने लगा था। चलिए जानते है गांधीजी के बारें में अति महत्वपूर्ण बातें:- अहिंसा के रास्ते पर चलने की बात गांधीजी ने आजादी की लड़ाई में शामिल हर शख्स से कही थी। गांधीजी ने भगवान महावीर के रास्ते पर चल कर त्याग को अपने जीवन में सदा अपनाए रखा और सादगीभरे जीवन के साथ-साथ कम से कम चीजों से अपना जीवनयापन किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हमेशा ही नई तालीम को जानने और उसे अपनाने के समर्थन में रहे। इसी बल पर आजादी की लड़ाई में सफलता हासिल की। शाकाहारी भोजन को गांधीजी ने अपने जीवन का एक अभिन्न अंग बना लिया था। महात्मा गांधी हर धर्म और जाति से जुड़े हुए थे। वे सभी धर्मों के प्रति विशेष आस्था रखते थे। गांधीजी ने सत्य की राह पर चल कर सत्याग्रह की नींव रखी। उनके जीवन में कई कठिन मोड़ आए किंतु उन्होंने सत्य का साथ कभी नहीं छोड़ा। गांधी के आदर्शों को हमने अब तक किताबों में पढ़ा, टीवी पर देखा और दूसरों से सुना था, लेकिन वक्त ने फिर एक बार करवट बदली और महात्मा गांधी के उन आदर्शों को फिर एक बार हजारे ने दोहराया तो सभी भारतवासी हाथ में तिरंगा थामें फिर महात्मा गांधी के पदचिह्नों पर निकल पड़े। घर में बारूद रखना पड़ा भारी, विस्फोट होने से गई जान आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा एसपी बालासुब्रमण्यम का अंतिम संस्कार यूपी में कोरोना से 80 से अधिक लोगों ने गवाई अपनी जान